पाली। जहां चाह, वहां राह… यह बात पाली के सुमेरपुर रोड पर बंजर हो चुकी भूमि पर बगिया खिलाकर एक उद्यमी ने साबित किया है। उन्होंने केमिकल से खराब हो चुकी भूमि का गोबर की खाद से उपचार किया। आज उनके बगीचे में ऐसे पेड़ व पौधे लगे हैं, जो मारवाड़ क्षेत्र में बहुत कम होते हैं। यह बगिया कई लोगों के लिए प्रेरणा बनी और लोगों ने अपने घरों व खाली भूमि पर पौधरोपण किया।
सुमेरपुर रोड पर राजस्थान हैंड प्रोसेसर्स टेक्सटाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय बम्ब की फैक्ट्री थी। जिसमें पहले ब्लीच कार्य होता था। इससे भूमि खराब हो गई। ब्लीच कार्य बंद करने के बाद से भूमि खाली पड़ी थी। बम्ब को कोरोना काल में इस भूमि पर पौधरोपण करने व बगीचा लगाने का विचार आया। उन्होंने कृषि विभाग व काजरी के अधिकारियाें से सम्पर्क किया। अधिकारियाें ने बम्ब को गोबर की खाद डालने व पौधरोपण करने की सलाह दी। बम्ब ने जमीन में गोबर की खाद डाली और कोरोनाकाल में पत्नी के साथ मिलकर पौधरोपण किया। कई पौधे जल गए। इस पर हिम्मत नहीं हारी और लगातार गोबर की खाद डालकर बूंद-बूंद सिंचाई करते रहे। आज उनके बगीचे में 500 किस्म के पौधे हैं।
बम्ब बताते हैं कि फैक्ट्री को पुनायता में स्थान्तरित करने के बाद भूमि बंजर हो गई थी। पर्यावरण संरक्षण का ख्याल आया। इस भूमि पर बड़ी संख्या में पपीते के पौधे लगाए थे, कई पौधे जल भी गए, लेकिन अब पेड़ फल दे रहे हैं। अंजीर व आम जैसे पौधे भी उग गए हैं। बगीचे में औषधीय पौधे लगाए। बम्ब कई तरह के पौधे गमलों में तैयार कर लोगों को बांटते हैं।
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