मुख्य वक्ता राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र जोधपुर के निरीक्षक पुलिस पंकज राज माथुर ने ट्रांसजेंडर के कानूनी अधिकारों की रक्षा करने में पुलिस कार्मिकों की भूमिका, उनके कानूनी अधिकारों की सुरक्षा एवं ट्रांसजेंडर समुदाय से भेदभाव रखने वालों की शिकायतों की जांच में पुलिस अधिकारियों की भूमिका व जिम्मेदारी, ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम 2019 व ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) नियम 2020 के बारे में बताया।
प्रदेश की एक मात्र ट्रांसजेंडर कांस्टेबल गंगा
राजस्थान पुलिस में कार्यरत राज्य की एकमात्र ट्रांसजेंडर कांस्टेबल गंगा भी कार्यशाला में शामिल हुई। वह जालोर जिले की रहने वाली है। उन्होंने पुलिस बेडे में शामिल होने के दौरान व उसके बाद कार्य स्थल पर आने वाले चुनौतियों के बारे में बताया। यह भी बताया कि कैसे उन्होंने चुनौतियों का सामना कर विजय प्राप्त की। इसके अलावा निजी जीवन में आने वाले कठिनाइयों व उनसे आगे बढ़ने के बारे में भी बताया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक ज्योतिप्रकाश अरोड़ा ने ट्रांसजेंडर की योजनाओं की जानकारी दी। उद्घाटन उप महानिरीक्षक पुलिस प्रदीप मोहन शर्मा, रोटरी क्लब के पूर्व सहायक गवर्नर राजेन्द्र सुराणा, रोटरी क्लब अध्यक्ष ताराप्रकाश खण्डेलवाल ने किया। कार्यशाला में रेंज पाली के 4 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 1 उप अधीक्षक पुलिस, 1 निरीक्षक पुलिस व थानों के 62 नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।