सीओ सिटी देरावर सिंह सोढ़ा ने बताया कि उस वक्त मनन की मां घर के बाहर गली में पड़ोसी महिलाओं से बात कर रही थी। बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। बच्चे के पिता दिनेश सरगराकपड़ा फैक्ट्री मजदूरी पर गए थे। महिला का बच्चे पर ध्यान गया तो वह नहीं मिला। इधर-उधर तलाशने के बाद भी मनन कहीं नहीं दिखा तो पिता को सूचना दी। पिता दिनेश, मां और पड़ोसियों ने बच्चे को हर जगह तलाश किया, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद औद्योगिक थाना प्रभारी पाना चौधरी को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर जाकर मुआयना किया। आसपास के लोगों से पूछताछ की। लेकिन, उसका सुराग नहीं लगा। इसके बाद औद्योगिक थाना पुलिस के साथ कोतवाली थाना प्रभारी किशोरसिंह भाटी, ट्रांसपोर्ट नगर थाना प्रभारी अनिता रानी सहित अन्य पुलिस टीमें भी मासूम की तलाश जुट गई। मंगलवार देर रात तक बच्चे की तलाश चलती रही, लेकिन उसका पता नहीं चला। पुलिस ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। मंगलवार दोपहर 10-15 मिनट तक बिजली गुल रही थी। उस दौरान की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई। ऐसे में पुलिस को 15 मिनट का मूवमेंट नहीं मिल रहा है। बच्चे की तलाश के लिए एएसपी विपिन शर्मा, सीओ सिटी सोढ़ा के नेतृत्व में 100 पुलिसकर्मियों की टीम मंगलवार से जुटी है। बुधवार को भी सर्च ऑपरेशन चलाया गया। दोपहर में जोधपुर से डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। डॉग को मासूम के कपड़े सुंघाकर मोहल्ले में घुमाया गया।
पुलिस ने आनंद नगर से लेकर रीको, ग्रेनाइट और महाराणा प्रताप सर्किल तक खाली पड़े प्लाट, कुएं, नाले तक खंगाले। इसके साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और शहर के विभिन्न आने और जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए। इधर, 30 घंटे से अधिक का समय होने के बावजूद मनन का कोई सुराग नहीं मिलने पर उसके माता-पिता के साथ परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। वे बार-बार हाथ जोड़कर बेटे को तलाशने की गुहार लगाते नजर आए। इस दौरान विधायक भीमराज भाटी, पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, बाबूलाल आर्य, हकीम भाई, मेहबूब टी, मुकेश गोस्वामी सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी है।