विद्यार्थियों को स्कूलों में रोजाना मिड-डे-मील परोसा जाता है। यह अब तक कुक कम हेल्पर आदि की ओर से बनाए जाने पर विद्यार्थियों को परोस दिया जाता था, लेकिन इसे भी नए सत्र में दो बड़े व्यक्ति, जिसमें एक अभिभावक व एक विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य चखेंगे। चखने वालों का नाम रजिस्टर में लिखा जाएगा। इसके लिए एक अध्यापक को जिम्मेदारी दी जाएगी।
चखकर वितरित करेंगे पोषाहार व दूध
चखकर वितरित करेंगे पोषाहार व दूध
दूध व मिड-डे-मील की गुणवत्ता जांचने के लिए उसे रोजाना चखने के बाद ही विद्यार्थियों में वितरित किया जाएगा। इससे यह तय होगा कि भोजन व दूध पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारिम्भक, मुख्यालय, पाली
मदन पंवार, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारिम्भक, मुख्यालय, पाली
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हर सप्ताह पोषाहार में यह रहेगा मैन्यू सोमवार: रोटी, सब्जी व दाल
मंगलवार: चावल व दाल या सब्जी बुधवार: रोटी व दाल
गुरुवार: खिचड़ी (दाल, चावल, सब्जी वाली) शुक्रवार: रोटी व दाल
शनिवार: रोटी, सब्जी व दाल
हर सप्ताह पोषाहार में यह रहेगा मैन्यू सोमवार: रोटी, सब्जी व दाल
मंगलवार: चावल व दाल या सब्जी बुधवार: रोटी व दाल
गुरुवार: खिचड़ी (दाल, चावल, सब्जी वाली) शुक्रवार: रोटी व दाल
शनिवार: रोटी, सब्जी व दाल
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इतना दिया जाएगा दूध बाल वाटिका से पांचवीं कक्षा तक: हर विद्याथीZ के लिए 15 ग्राम दूध पाउडर से 150 मिलीग्राम दूध बनाया जाएगा। उसमे 8.4 ग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।
कक्षा छह से आठवीं तक: हर विद्याथीZ को 20 ग्राम मिल्ड पाउडर से 200 मिलीग्राम दूध बनाकर दिया जाएगा। इसमे 10.2 मिलीग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।
इतना दिया जाएगा दूध बाल वाटिका से पांचवीं कक्षा तक: हर विद्याथीZ के लिए 15 ग्राम दूध पाउडर से 150 मिलीग्राम दूध बनाया जाएगा। उसमे 8.4 ग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।
कक्षा छह से आठवीं तक: हर विद्याथीZ को 20 ग्राम मिल्ड पाउडर से 200 मिलीग्राम दूध बनाकर दिया जाएगा। इसमे 10.2 मिलीग्राम शक्कर मिलाई जाएगी।