देसूरी थाना क्षेत्र निवासी पीडि़ता ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि 16 अक्टूबर 2019 को बेटी की तबीयत खराब होने पर वह उसे लेकर नाडोल अस्पताल के लिए घर से निकली। कोई वाहन नहीं मिला तो पैदल ही चलती रही। इस दौरान एक जीप आकर रुकी। सवारी जीप समझ वह अपनी बेटी के साथ उसमें बैठ गई। जीप में 5 लोग पहले से बैठे थे। जीप को वे बाड़मेर के पास एक कृषि कुएं पर ले गए। जहां एक कमरे में उसे और उसकी बेटी को बंद कर दिया।
बुच कलां गांव पीपाड़ सिटी निवासी बींजाराम पुत्र गवरीलाल बावरी ने चाकू दिखाकर उसके साथ कई बार बलात्कार किया। साथ ही ओमाराम, दिनेश, सोमाराम को उसकी निगरानी में लगा दिया। जिससे वह भाग भी नहीं सकी। करीब एक साल तक यहां बंधक बनाकर रखा। एक दिन बंींजाराम का रिश्तेदार खुवापुरा निवासी रामस्वरूप पुत्र गोरधनलाल बावरी आया। उसने भी जबरदस्ती बलात्कार किया। उसके अश्लील फोटो खींच लिए। फिर धमकी देकर कई बार बलात्कार किया।
बाद में पीडि़ता को बींजाराम अपने घर बुचकला ले आया। उसके बंधक बनाकर रखा। वह गर्भवती हो गई। बाद में एक बेटे को जन्म दिया। अब देसूरी पुलिस उसे 15 अगस्त को छुड़ाकर देसूरी लाई। मामले की जांच जारी है।
बाद में पीडि़ता को बींजाराम अपने घर बुचकला ले आया। उसके बंधक बनाकर रखा। वह गर्भवती हो गई। बाद में एक बेटे को जन्म दिया। अब देसूरी पुलिस उसे 15 अगस्त को छुड़ाकर देसूरी लाई। मामले की जांच जारी है।