अखिल राजस्थान कबीरपंथी वैष्णव समाज संस्था महासभा के अध्यक्ष जगदीशप्रसाद वैष्णव व महामंत्री लक्ष्मीनारायण वैष्णव गुड़ासुरसिंह ने बताया कि सरकार की ओर से मृत्यु भोज बंद करने का निर्णय सराहनीय है। हमारे समाज की ओर से इसे बंद करने के कई बार प्रयास किए गए। समाज के लिए मृत्यु भोज एक बीमारी के समान है। इसमें एक परिवार पर आर्थिक संकट तो बढ़ता है। इसके साथ शोक में भी उसे ना चाहते हुए प्रतिष्ठा के नाम पर मिठाइयां आदि परोसनी पड़ती है।
बंद कर चुके पेरावणी
उन्होंने बताया कि समाज की ओर से मृत्यु के बाद पेरावणी व ओढ़ावणी को पहले ही बंद किया जा चुका है। समाज की ओर से मृत्यु भोज में किसी तरह की मिठाई बनाने का भी निर्णय किया गया था। अब समाज सरकार के साथ मृत्यु भोज भी नहीं होने देगा।
उन्होंने बताया कि समाज की ओर से मृत्यु के बाद पेरावणी व ओढ़ावणी को पहले ही बंद किया जा चुका है। समाज की ओर से मृत्यु भोज में किसी तरह की मिठाई बनाने का भी निर्णय किया गया था। अब समाज सरकार के साथ मृत्यु भोज भी नहीं होने देगा।