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ग्रामीणों ने बताया कि मृतक जोगेन्द्र परिवार में अकेला कमाने वाला था। वही अपने वृद्ध मां-बाप का इकलौता सहारा भी था। मृतक के 14 और 11 साल के दो बेटे भी है। दो बेटों के सिर से भी अब पिता का साया उठ गया है। ऐसे में परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण मृतक जोगेन्द्र निंबाहेड़ा चित्तौड़गढ़ की सीमेंट फैक्ट्री में काम करता था।
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इधर, हत्या के आरोपी मदन मेघवाल को पुलिस ने मंगलवार को दो दिन के रिमांड पर लिया था। सिरियारी थानाधिकारी हमीरसिंह भाटी ने बताया कि आरोपी से कड़ी पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने हत्याकांड में आरोपी के साथ अन्य लोगों के शामिल होने की बात कही थी। इस एंगल से भी जांच की जा रही है।
मानवता की पेश की मिसाल
दरअसल, सोशल मीडिया पर सर्वसमाज से परिवार को आर्थिक सम्बल देने की अपील की गई। इसमें सभी समाज के लोग, ग्रामीणों व अन्य गांवों के लोगों ने मात्र तीन घंटे में लगभग एक लाख रुपए एकत्रित कर परिवार को सम्बल देने के लिए मानवता की मिसाल पेश की है।
ये था मामला
गौरतलब है कि जोगेन्द्र मेघवाल पुत्र मिश्रीलाल मेघवाल की रिश्ते में भाई आरोपी मदन मेघवाल ने छह टुकड़े कर निर्मम हत्या कर दी थी। आरोपी ठाकुरवास गांव से जोगेन्द्र को शराब पार्टी का झांसा देकर अपने साथ मगरा क्षेत्र के धमावतों का गुड़ा ले गया था। जहां पर शराब पार्टी में उसकी निर्मम हत्या कर दी थी। आरोपी ने वारदात को छिपाने के लिए शरीर के छह टुकड़े किए। धड़ जंगल में फेंक दिया। सिर, हाथ व पैर घर के पास ही धार्मिक स्थल के बगीचे में गाड़ दिए और उस पर पौधा रोप दिया था। वारदात के पीछे मृतक की पत्नी और आरोपी के बीच अवैध संबंधों की कहानी सामने आई थी।