सामान्य हो या समृद्ध परिवार, बच्चों से लेकर वृद्ध सदस्य गुप्तदान देने की भावना से इस कलश में राशि संग्रहित करेंगे। इकट्ठा हुईं राशि को समाजबंधुओं को बिना किसी भेदभाव के शिक्षा व स्वास्थ्य में सहयोग के रूप में तथा व्यापार व आवास के लिए लोन के रूप में बिना ब्याज प्रदान की जाएगी। आगे 500 गौतम निधि कलश का वितरण किया जाएगा।
गौतमनिधि कलश में दिए गए प्रत्येक परिवार के दान को वर्ष में दो बार एक आयोजन के माध्यम से गौतमस्वामी के पाट पर एकत्रित किया जाएगा। किसी भी कलश की राशि व्यक्तिगत रूप से नहीं गिनी जाएगी। इससे समाज के जरूरतमंद परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास व आवास के लिए चेक के माध्यम से सहयोग राशि दी जाएगी। संचालन उपमंत्री सम्पतराज तातेड़ ने किया।
जैन कॉन्फ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष नेमीचंद चौपड़ा ने जैन संत से चातुर्मास पश्चात पुनः पाली आकर इस गौतम निधि कलश योजना को गति प्रदान करने का आग्रह किया। जैन संत से आजीवन आयिम्बल तप के प्रत्याख्यान लेने पर मानमल, पुखराज, जीवनलाल, प्रमोद लसोड परिवार की संघ द्वारा अनुमोदना की गई। संघ उपाध्यक्ष सज्जनराज गुलेच्छा ने बताया कि सभा में श्री संघ सभा अध्यक्ष तेजराज तातेड़, मंत्री सज्जनराज बांठिया, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, रुई कटला के अध्यक्ष धनराज कांठेड़, शान्तिलाल ललवानी, मूर्तिपूजक संघ तपागच्छ के अध्यक्ष गौतमचन्द मेहता, सचिव ओमप्रकाश छाजेड़, तेरापंथ सभा अध्यक्ष सुरेन्द्र सालेचा, सचिव महेन्द चोपड़ा, रत्न हितैषी श्रावक संघ अध्यक्ष कान्तिलाल लुंकड़, सचिव रजनीश कर्नावट, श्री समर्थ जैन श्रावक संघ के अध्यक्ष अमरचंद बोहरा, जयमल जैन, श्रावक संघ अध्यक्ष प्रेमराज गांधी, साधुमार्गी संघ के ललित कुकड़ा, प्रेमचंद ढेढिया, अचलगच्छ संघ से मनीष बोहरा आदि पदाधिकारी एवं समाजबन्धु मौजूद थे।