जानकारी के अनुसार रायपुर की लूनी नदी में गाछा समाज का श्मशान है। बुधवार को समाज के किसी व्यक्ति की मौत होने पर समाज के लोग शव कंधे पर लेकर नदी स्थित श्मशान पर गए। यहां श्मशान पर लगी बजरी की पाल को भी बजरी माफिया खोदकर ले गए। ये देख वे भडक़ गए। उन्होंने प्रदर्शन किया और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया, इसमें पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि रात दिन नदी में अवैध बजरी खनन चलता है, बाजार से ट्रैक्टर बजरी लेकर निकलते है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता। बाद में शव का अंतिम संस्कार कर दिया और प्रशासन से बजरी की पाल वापस लगाने की मांग की।