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VIDEO : डम्पिंग स्टेशन से उठाना था कचरा, 21 लाख दिए और कचरा डाल दिया नाडी में

- नगर परिषद ने मार्च में 25 लाख रुपए की निकाली थी निविदा- कचरा उठाने का 21 लाख 25 हजार रुपए में लिया गया था ठेका

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पाली

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Suresh Hemnani

Aug 24, 2021

VIDEO : डम्पिंग स्टेशन से उठाना था कचरा, 21 लाख दिए और कचरा डाल दिया नाडी में

VIDEO : डम्पिंग स्टेशन से उठाना था कचरा, 21 लाख दिए और कचरा डाल दिया नाडी में

पाली। स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर परिषद में गड़बड़झाले की बू आ रही है। शहर का कचरा शहर में ही गड्ढों और नाडियों में डाला जा रहा है। शहर के पांच मौखा पुलिया पर ठोस कचरे का डम्पिंग यार्ड है। जहां से पुराने कचरे को उठाकर खेतावास स्थित ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र ले जाना था। उस जगह को कचरा डाले जाने की पूर्व स्थिति में लाना था। इसके लिए नगर परिषद ने 25 लाख रुपए की निविदा मार्च में निकाली। यह कार्य 21 लाख 25 हजार रुपए में मार्च में ही एक एजेंसी को दिया गया। काम एक माह में पूरा करना था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हुआ है। हुआ यह है कि पांच मौखा पुलिया पर पुराने कचरे को वहीं पर फैला दिया गया है। जिससे वह मैदान जैसा लगने लगे और किसी को यह पता नहीं लगे कि कचरा कहा गया।

नया गांव की नाडी को पाट दिया
नाडियों व तालाबों को किसी भी सूरत में पाटना नहीं है। इसके बावजूद नगर परिषद ऐसा करने पर उतारू है। पांच मौखा पुलिया से उठाए गए कचरे को नया गांव स्थित एक नाडी में डालकर उसे आधे से ज्यादा पाट दिया गया है। उसके पास ही श्मशान और आबादी है। उस कचरे में मेडिकल अपशिष्ट भी है। जिससे संक्रमण का खतरा है। नगर परिषद के अधिकारियों की मानें तो उस जगह से फोरलेन बनते समय मिट्टी निकालने से गड्ढा कर दिया गया था। जबकि क्षेत्रवासियों की मानें तो यहां पर नाडी थी। वैसे उस जगह को देखने पर भी वह नाडी ही लगती है।

प्लांट की मशीन बताती हकीकत
खेतावास स्थित ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र 19 अगस्त से मैंटेंनेस के लिए बंद किया हुआ है। जबकि वहां लगी मशीनों को देखें तो उन पर जाले लगे है। जंग आया हुआ है। जिससे लगता है कि काफी समय से कचरे का निस्तारण महज दिखावे के लिए हो रहा होगा। प्लांट के मैदान में भी कचरा पड़ा है। सूख चुका यह कचरा बताने के लिए काफी है कि कचरे का निस्तारण काफी समय से नहीं हुआ है। जबकि जिम्मेदार रोजाना वहां 80-90 टन कचरे के निस्तारण की बात कह रहे हैं।

यह है जिम्मेदारों के बोल
रामेश्वरलाल शर्मा, अधिशासी अधिकारी, नगर परिषद, पाली
सवाल : पांच मौखा पुलिया से कचरा खेतावास प्लांट ले जाना था। वह ले जाया जा रहा है क्या?
जवाब : कचरा हम धीरे-धीरे करके ले जा रहे है।
सवाल : पांच मौखा पुलिया पर कचरे को फैलाकर मैदान कर दिया गया है।
जवाब : कचरा प्लांट तक ले जा रहे है। वहां कचरे को फैलाकर मैदान नहीं कर रहे।
सवाल : नया गांव की नाडी में कचरा डाला जा रहा है?
जवाब : वह नाडी नहीं है। मैं व आयुक्त स्वयं वहां गए थे। उस जगह पर फोरलेन बनाते समय मिट्टी ले जाने के लिए गड्ढा कर दिया गया था। इस कारण उसे कचरे से पाट रहे हैं। इसके बाद वहां मिट्टी डलवाकर बगीचा लगाएंगे। यदि वहां नाडी थी तो पता करते हैं।

ब्रिजेश रॉय, आयुक्त नगर परिषद, पाली
सवाल : पांच मौखा पुलिया से कचरा खेतावास प्लांट ले जाना था। वह ले जाया जा रहा है क्या?
जवाब : इस बारे में अधिशासी अधिकारी से पता करता हूं, कितना कचरा ले जाया गया है।
सवाल : पांच मौखा पुलिया पर कचरे को फैलाकर मैदान कर दिया गया है।
जवाब : कचरा हटने के बाद तल आने पर वह समतल ही होगा। कचरे को फैलाया जा रहा है तो पता करवाता हूं।
सवाल : नया गांव की नाडी में कचरा डाला जा रहा है?
जवाब : यदि वह नाडी है तो राजस्व रेकर्ड में होगी। उसका पता करवाते है। नाडी को पाटा नहीं जाना है।