श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न, हवन में दी आहुतियां मारवाड़ जंक्शन. रजत मोहल्ला स्थित नाथों के बेरे के पास रविवार को श्रीमद्भागवत कथा का समापन हुआ। कथावाचक कन्हैयालाल ने कहा कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि भ्रष्ट होती है, जब बुद्धिभ्रष्टता से तर्क नष्ट हो जाता है। तर्क नष्ट होने पर व्यक्ति का पतन होता है। भाजपा महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष मीना देवड़ा ने विचार व्यक्त किए। सुरेश
नाथ , धर्मेद्रनाथ, सत्तू नाथ, राजेश मेवाड़ा, चावणदास, जयङ्क्षसह, दिनेश देवड़ा, गोतमनाथ, सम्पतदेवी, कमला माली, गीता, लीला, मन्नू मेवाड़ा, मीना देवड़ा, पानी बाई सहित कई लोग उपस्थित थे। हवन में दी आहुतियाश्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं ने पूर्ण आहुति देकर देश प्रदेश के खुशहाली व समृद्धि की प्रार्थना की। कथावाचक कन्हैयालाल महाराज ने श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन विधि-विधान से विशाल यज्ञ का आयोजन कराया। उन्होंने कहा कि हवन-यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध होता है। जिस घर परिवार में प्रतिदिन यज्ञ की आहुतियां मंत्रों के साथ दी जाती है उस परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहती है। दूर-दूर तक दरिद्रता पास नहीं आती। इसलिए प्रतिदिन सुबह-शाम हमेशा धूप, दीप, हवन-यज्ञ के साथ ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए। श्रद्धालुओं ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ पूर्ण आहुति देकर देश प्रदेश व अपने परिवार की खुशहाली की प्रार्थनी की।