जानकारी के अनुसार पीठ का बास निवासी 60 साल की रुक्मिणी उर्फ रकुणा पत्नी भंवरलाल मेघवाल की गुरुवार शाम को जोधपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजन सुबह उनका शव लेकर रामदेव रोड पुलिस चौकी के पास स्थित हिन्दू सेवा मंडल के श्मशान घाट पहुंचे तो उन्हें वहां ताला लगा मिला। परिजनों का आरोप है कि प्रबंधक से चाबी मांगी तो उन्होंने यहां सिर्फ बच्चों के दफनाने की जगह होने की बात कहते हुए चाबी देने से इनकार कर दिया और बोला कि शव कहीं और दफनाने ले जाओ।
इस पर मृतका के परिजन व समाज के लोग गुस्सा हो गए और श्मशान घाट के बाहर ही शव रखकर बैठ गए। सूचना पर नगर परिषद पार्षद राकेश भाटी मौके पर पहुंचे। उन्होंने श्मशान घाट प्रबंधक से बात की और चाबी लाकर श्मशान घाट का ताला खोला, तब जाकर परिजन शव लेकर अंदर जा सकें। मामले में पार्षद भाटी ने बताया कि जमीन सार्वजनिक है। ऐसे में किसी के शव को दफनाने से मना नहीं किया जा सकता।