जानकारी के अनुसार समिति के सदस्य माउंट आबू से सर्किट हाउस पहुंचे। जहां पर पर्यावरण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व किसानों ने नेहड़ा बांध व बांड़ी में फेलते प्रदूषित पानी को लेकर अपनी पीड़ा बताई। इस दौरान कई जनप्रतिनिधि, प्रदूषण नियंतत्र मंडल के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। इसके बाद समिति के सदस्य कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में शामिल हुए। यहां करीब तीन घंटे चली बैठक में जिला कलक्टर दिनेशचन्द जैन एवं विभागीय अधिकारियों के साथ पर्यावरण के संबंध में चर्चा की गई।
समिति में छह सदस्य
पर्यावरण समिति में चेयरमैन अर्जुनलाल जीनगर के साथ विधायक खुशवीरसिंह, महेन्द्र विश्नोई, हमीरसिंह भायल, किशनाराम विश्नोई व बाबूलाल खराड़ी शामिल थे। कई सदस्य खुद जूझ रहे
पर्यावरण समिति में मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीरसिंह, लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई और सिवाणा विधायक हमीरसिंह भायल खुद प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे है। लूणी और सिवाणा विधायक पहले भी प्रदूषण की समस्या उठाते रहे हैं। प्रदूषित पानी दोनों के विधानसभा क्षेत्रों तक नदी के जरिए पहुंचता है।
पर्यावरण समिति में चेयरमैन अर्जुनलाल जीनगर के साथ विधायक खुशवीरसिंह, महेन्द्र विश्नोई, हमीरसिंह भायल, किशनाराम विश्नोई व बाबूलाल खराड़ी शामिल थे। कई सदस्य खुद जूझ रहे
पर्यावरण समिति में मारवाड़ जंक्शन विधायक खुशवीरसिंह, लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई और सिवाणा विधायक हमीरसिंह भायल खुद प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे है। लूणी और सिवाणा विधायक पहले भी प्रदूषण की समस्या उठाते रहे हैं। प्रदूषित पानी दोनों के विधानसभा क्षेत्रों तक नदी के जरिए पहुंचता है।
जोजावर में करेंगे यात्री विश्राम
समिति के सदस्य दोपहर बाद कामलीघाट के लिए रवाना होंगे। वे ट्रेन सफारी से पर्यावरण के नजारे निहारेंगे और रात्रि विश्राम जोजावर में करेंगे। समिति सदस्य शनिवार को प्रात: 11 बजे भीलबेरी जल प्रपात का निरीक्षण भी करेंगे।
समिति के सदस्य दोपहर बाद कामलीघाट के लिए रवाना होंगे। वे ट्रेन सफारी से पर्यावरण के नजारे निहारेंगे और रात्रि विश्राम जोजावर में करेंगे। समिति सदस्य शनिवार को प्रात: 11 बजे भीलबेरी जल प्रपात का निरीक्षण भी करेंगे।