वहीं 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर कई बच्चों ने स्कूल व परिजनों का नाम रोशन किया। उनकी सफलता से परिजनों के साथ स्कूल संचालकों व अध्यापकों की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
पाली शहर में बनाए एक सेन्टर पर 1390 विद्यार्थियों ने व दूसरे सेन्टर पर 446 से बच्चों ने परीक्षा दी थी। इसके अलावा जिले के बाली, सुमेरपुर, जैतारण क्षेत्र के सेन्टरों पर बच्चों ने परीक्षा दी। जिले में बनाए स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में भी सेल्फ सेन्टर बनाए गए थे।
इन सरकारी स्कूलों के बच्चों ने भी बेहतर अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। जिले में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अधिकांश बच्चे प्रशासनिक सेवा, चिकित्सा व इंजीनियर बनना चाहते है। वहीं कुछ बच्चों ने डिफेंस में जाने की चाह जताई।