बाढ़ का खतरा बढ़ा
जालोर जिले का पांचला व नेनोल बांध टूटा। पानी साचौर लिफ्ट केनाल मव घुसा और शहर की ओर बढ़ रहा है पानी। लिफ्ट केनाल ओवरफ्लो होने से आसपास से गावों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन लगातार सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहा है। उधर, श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई रातभर से घूमकर व्यापारियों को जागरूक कर सामान सुरक्षित जगह पर ले जाने की कर रहे अपील कर रहे हैं। प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीमो को मौके पर तैनात कर रखा है ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके। उधर, भीनमाल के बालसमंद बान्ध में पानी की आवक जारी है। बतादें कि पिछले 48 घंटों की बारिश के दौरान जालोर के रानीवाड़ा में 424 एमएम बारिश हुई दर्ज हो चुकी है।
वणधर बांध के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोधपुर से सेना की एक टुकड़ी बुलाई है। बाढ़ का पानी बढ़ने के कारण प्रशासन ने सभी को चेताया और सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील जारी की। श्रम मंत्री सुखराम बिश्नोई व्यापारियों को जागरूक कर सामान सुरक्षित जगह पर ले जाने की अपील कर रहे हैं। कई नदियां बह निकली हैं और रास्तों पर पानी भर गया। सिरोही में अभी बारिश का रेड अलर्ट जारी है। ऐसे में माना जा सकता है कि बांधों में पानी की आवक तेजी से बढ़ेगी और सूखे पड़े बांधों में रंगत दिखाई देगी। उधर, बांधों में पानी की सूचना के बाद कई बांधों पर स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ी।
बत्तीसा बांध में पहली बार हुई पानी की आवक
आबूरोड. सिरोही क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए आबूरोड के देलदर गांव के पास बन रहे बत्तीसा बांध में बिपरजॉय तूफान के दौरान हुई बारिश से पानी की आवक हुई है। बत्तीसा बांध बनने के बाद पहली बार इसमें पानी एकत्रित हो रहा है। बांध में जलभराव देखने लोग पहुंच रहे हैं। 228 करोड़ की लागत से बांध के तैयार होने के बाद यहां एकत्रित पानी से सिरोही, पिंडवाड़ा समेत 32 गांवों के लोगों को पानी सुलभ हो सकेगा। आगामी कुछ माह में बांध से सम्बंधित कार्य पूरा हो जाएगा। परियोजना के एईएन मनीष कुमार ने बताया कि अभी बत्तीसा बांध में 317 मी. तक पानी की आवक हुई है। इससे अधिक पानी भराव होने पर ब्लॉक्स से जल निकासी की जाएगी। बांध के पीछे से गुजर रही बिजली की लाइन पानी में डूब गई। बांध का कार्य मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। बांध में जल संग्रहण शुरू हो गया है। डेड स्टोरेज में 70 एमसीएफटी तक पानी रहेगा।
झाबुआ में पानी की आवक, बैरिकेड लगाकर आवागमन डायवर्ट
उधर, रेवदर मार्ग से गुजर रहे झाबुआ नाला में बरसाती पानी की आवक से प्रशासन ने सुरक्षा लिहाज से रेवदर-आबूरोड मार्ग पर बैरिकेड लगाकर आवाजाही को डायवर्ट किया है। गिरवर चौकी प्रभारी एसआई नरेंद्र सिंह ने बताया कि रेवदर मार्ग पर झाबुआ नाला में बनी रपट पर अधिक पानी बहने पर दोनों तरफ बेरिकेड्स लगाकर वाहनों को मूंगथला, चनार, आवल, गिरवर से डायवर्ट किया है।
गंगा जलिया बांध हुआ ओवरफ्लो
सरूपगंज. बिपरजाॅय के असर से शनिवार अल सुबह से लगातार बारिश से काछोली का गंगा जलिया बांध ओवरफ्लो होकर चादर चली। उधर, नदी-नालों के लगातार चलने से जिले के सबसे बड़े वेस्ट बनास बांध में भी 7 फीट पानी की आवक हुई हैं। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता अशोक राजपुरोहित ने बताया कि समीपवर्ती काछोली के गंगा जलिया बांध आबू के पहाड़ों में भारी बारिश के चलते ओवरफ्लो हो गया। इस 40.57 एमसीएफटी भराव क्षमता वाले बांध पर चादर चल रही है। वेस्ट बनास बांध में 7 फीट पानी की आवक हुई हैं। वहीं, काछोली में तेज आंधी व बारिश से निंबाराम देवासी के दुकान की दीवार तेज बारिश के कारण ढह गई। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। हादसे की जानकारी मिलने पर ग्रामीण एकत्रित हुए पास की दीवार भी गिरने की कगार पर है।
बांध ओवरफ्लो, बुलाई सेना की टुकड़ी
बिपरजॉय तूफान के चलते जालो के रानीवाड़ा और भीनमाल क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से वणधर और लाखावास बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। वणधर बांध के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने जोधपुर से सेना की एक टुकड़ी बुलाई है। इस टुकड़ी में करीब 80 से 90 जवान रहेंगे। जो देर रात तक भीनमाल पहुंचेंगे। वहीं सांचौर से एनडीआरएफ की एक टीम को भी वणधर बुलाया गया है।
इन बांधों में आया पानी
-अणगौर बांध : 5.30 फीट
-बनास बांध : 7.40 फीट
-टोकरा : 18 फीट
-धांता : 11.90 फीट
-भूला : 14 फीट
-चनार : 2.75 फीट
-गंगाजलिया बांध ऑवरफ्लो
-वणधर और लाखावास बांध ओवरफ्लो