अब आगे क्या
मौसम विभाग की माने तो मारवाड़ के पाली जिले से बिपरजाॅय कल ही आगे बढ़ गया है और अब अजमेर, कोटा और जयपुर संभाग में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार बूूंदी और सवाईमाधोपुर में बिपरजाॅय की तूफानी बारिश का असर किसी भी समय दिखाई दे सकता है। 20 जून की बात करें तो सवाईमाधोपुर, बारां, कोटा में ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। जबकि बूंदी के कुछ भाग, टोंक, झालावाड़ और करौली जिले में यलो अलर्ट रहेगी। उधर, 21 जून को कोटा, बारां और झालावाड़ के लए यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बिपरजाॅय 22 जून को राजस्थान से विदा ले सकता है।
बीते 24 घंटे यहां रहे भारी
मौसम विभाग की रिपोर्ट देखें तो पता चलता है कि बीते 24 घंटों के दौरान बारिश का आंकड़ा राजसमंद और पाली पर भारी रहा। राजसमंद के गढबोर और पाली के देसूरी में 15 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। जबकि सिरोही के शिवगंज और पाली के बाली क्षेत्र में 13 इंच से अधिक बारिश हुई। राजस्थान में कुल 14 स्थानों पर अत्यंभारी और 16 स्थानों पर बहुत भारी के साथ ही 8 स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
तीसरे दिन भी हालात खराब
मारवाड़ से भले ही बिपरजाॅय ने रवानगी ले ली है, लेकिन उसके बाद भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। जालोर के सायला में जवाई नदी का पानी तेज बहाव चल रहा है। नदी से गांव की तरफ़ बढ़ रहा है पानी कात्यायनी माता चौक एवं ग़ैर नृत्य चौक में चल रहा है। प्रशासन एवं ग्राम पंचायत ने नदी के निकटवर्ती घरों को ख़ाली करवाया है। जालोर के मोदरा कस्बे से मोदरा रेलवे स्टेशन जाने वाले मुख्य सड़क मार्ग का नाला ओवरफॉलो चल रहा है और लोग जान जोखिम में डालकर नाला पार कर रहे हैं। भाद्राजून के निकटवर्ती ग्राम चुंडा में बाढ़ में फंसे एक पूरे परिवार को भाद्राजून उपतहसीलदार मानाराम चौधरी सहित प्रशासन के अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में नरसिंहपूरा नदी पर बनाए गए पुल पर दरारें आ गई।
पाली के हालात
पाली की बांडी नदी में तूफान की बरसात के बाद पानी का गेज बढ़ गया है। बांडी की रपट पर 18 जून को पानी चढ गया था। 19 जून को रपट पर तेज बेक के साथ पानी का बहाव चल रहा है। इस कारण से रपट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। वहीं मस्तान बाबा क्षेत्र से हैदर कॉलोनी जाने वाले मार्ग पर बनी रपट पर भी पानी चढ़ गया इस कारण हैदर कॉलोनी क्षेत्र की कई बस्तियों का संपर्क शहर से टूट गया है। पाली की रजा व पठान कॉलोनी मैं हालात अभी भी बेहद खराब है। दोनों कॉलोनियों की कई गलियों में अभी तक दो से तीन फीट तक पानी भरा हुआ है। लोगों के घरों में भी पानी भरा है और वे घरों से बाहर भी नहीं आ पा रहे।
गांव बना टापू
पाली जिले के रोहट क्षेत्र का पाती व हंजावा गांव भी टापू बन गए हैं। बाकली बांध पर चादर चलने से पाती नदी रपट के ऊपर दो फिट चल रही है जिसका पानी पाती व हंजावा गाँव के अंदर व ग्रामीणों के खेतों में चला गया और गांव टापू बन गए। घरों में पानी आने से ग्रामीण अपने घर का सामान खाली करके दूसरी जगह पर ले गए।
देर रात सेई बांध की टनल खोल जवाई बांध में छोडा पानी
पाली के जवाई बांध का सहायक बांध कहे जाने वाला सेई बांध में भी पानी की अच्छी आवक होने को लेकर जवाई बांध के लिए पानी छोड़ा गया। अधिशासी अभियंता जवाई नहर खंड सुमेरपुर गंगाराम सुथार ने बताया कि रविवार रात 10 बजे सेई बांध का गेज 6.30 मीटर होने पर सेई टनल का गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू कर, जवाई बांध की तरफ पानी डायवर्ट किया गया।
बिरामी टोल पर हाईवे एक तरफा हुआ चालू
पाली जिले में सुमेरपुर बिरामी टोल के समीप रविवार को तेज बारिश के कारण पानी का बहाव नेशनल हाईवे पर होने के कारण हाईवे पर आवागमन बंद था। पानी का प्रभाव कम पड़ने पर एक तरफा यातायात व्यवस्था सुचारू किया गया है। हालांकि पानी का बहाव अभी भी जारी है। बिरामी ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी भगवत सिंह राठौड़ ने बताया कि बिरामी व बिरामी ढाणी में अलग-अलग तीन स्थानों से पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। बिरामी का तालाब ओवरफ्लो चल रहा है।
पानी में डूबने से 130 भेड़-बकरियों की मौत
सुमेरपुर के सांडेराव में बारिश के कारण देवासियों की ढाणी में पानी का भराव होने से करीब 130 भेड़-बकरियों की मौत हुई। बताया जा रहा है कि पशुपालक का गुजारा इन भेड़-बकरियों के सहारे चलता था, लेकिन बिपरजॉय के कहर ने सब कुछ छीन लिया। पशुपालन विभाग चिकित्सक डॉ रामेश्वर चौधरी ने बताया कि ताराराम पुत्र प्रभुराम देवासी, निवासी देवासियों की ढाणी सांडेराव की करीब 144 भेड़ बकरियां थी। जिसे हर रोज की तरह चराकर बाडे में लाकर बांधी जाती थी।
पिछले 24 घंटे के दौरान बारिश का आंकड़ा
स्थान—————बारिश (एमएम)——–स्थिति
गढ़बोर (राजसमंद)—–385—————-अत्यंत भारी
देसूरी (पाली)———379—————-अत्यंत भारी
शिवगंज (सिरोही)——345—————-अत्यंत भारी
बाली (पाली)———-334—————-अत्यंत भारी
नगरफोर्ट (टोंक)——–315—————-अत्यंत भारी
देवगढ़ (राजसमंद)——269—————-अत्यंत भारी
सुमेरपुर (पाली)——–276—————-अत्यंत भारी
कुंभलगढ़ (राजसमंद)—-245—————-अत्यंत भारी
जवाई बांध (पाली)——239—————-अत्यंत भारी
रानी (पाली)———–230—————अत्यंत भारी
राजसमंद————–218—————अत्यंत भारी
दूनी (टोंक)————205—————अत्यंत भारी