पाली। 128 स्लाइस की सीटी स्कैन रेवोल्यूशन मॅक्सिमा मशीन पाली के बांगड़ चिकित्सालय में लगाई गई है। यह बात गुरुवार को पाली मेडिकल कॉलेज के नियंत्रक व प्रिंसिपल डॉ. दीपक वर्मा ने पत्रकार वार्ता में कही। इस सीटी स्कैन मशीन का लोकार्पण शुक्रवार को किया जाएगा। यह सीटी स्कैन मशीन पीपीपी मोड पर संचालित की जाएगी, लेकिन अस्पताल में सभी जांचे मुफ्त होने के कारण मरीजाें से इसकी राशि नहीं ली जाएगी। राशि का भुगतान राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा।
इसे संचालित करने वाले संस्थान के डायरेक्टर मोहित सोनी ने बताया कि यह मशीन एएसआइआर 5 युक्त है। यह मशीन सामान्य मशीन से 82 प्रतिशत कम विकिरण रेडिएशन में स्कैन करती है। इसके एमआई ऑटो पजिशनिंग थ्री डी कैमरा के कारण यह मशीन स्वयं ही सही जगह पर मरीज को पहुंचाकर स्कैन करती है। इससे भी रेडिएशन कम होता है। इसमे 40 एमएम डिटेक्टर और तेज गति के कारण यह मशीन तीन सैकण्ड में छाती का स्कैन व 30 सैकण्ड में अन्य स्कैन करने में सक्षम है।
कोविड 19 प्रोटोकॉल में शामिल
इस सीटी स्कैन मशीन से कार्डियक, एंजियोग्राफी, मस्तिष्क, छाती, पेट, हड्डी रोगियों के साथ अन्य रोगियों का स्कैन करने में सक्षम है। इस मशीन में अल्ट्रा लो-डोज कोविड 19 प्रोटाकॉल भी शामिल है। वॉल्यूम हेलिकल मोड में सीटी स्कैन डिजिटल सबट्रैक्शन एंजियोग्राफी (डीएसए) से जैसी प्रक्रियाओं के लिए 500 स्लाइस उत्पन्न कर सकती है। इस दौरान डॉ. हरीश भार्गव, डॉ. रोशनलाल जैन आदि मौजूद रहे।
पाली में कोकलियर इम्प्लांट भी
इएनटी के डॉ. गौरव कटारिया ने बताया कि बांगड़ चिकित्सालय में मुक-बधिर बच्चों के लिए कोकलियर इम्प्लांट भी शुरू कर दिया गया है। इसके तहत चार बच्चों की सर्जरी भी की जा चुकी है। इसके साथ ही अब चिकित्सालय में बच्चें के सुनने की क्षमता की जांच जन्म के तीन में करने के बाद ही जच्चा-बच्चा को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।