बता दें, राजा परवेज अशरफ ने निर्विरोध चुना गया क्योंकि नेशनल असेंबली के किसी भी अन्य सदस्य ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल नहीं किया था। और वहीं तीन अप्रैल को नेशनल असेंबली के तत्कालीन स्पीकर असद कैसर के इस्तीफा दे देने के बाद से ये पद खाली था।
असद कैसर ने इस्तीफा देते हुए कहा था कि मैं संविधान के प्रति उत्तरदायी हूं और शपथ की सबसे महत्वपूर्ण मांग पाकिस्तान की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करना है। उन्होंने यह भी कहा ता कि तत्कालीन कैबिनेट ने उनके साथ कथित धमकी भरा पत्र साझा किया था और सांसदों से देश की संप्रभुता के लिए खड़े होने को कहा था। इस लिए मैं अब स्पीकर की सीट पर नहीं रह सकता, मैं इस्तीफा देता हूं।
नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य और सदन के उपाध्यक्ष कासिम खान सूरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर भी चर्चा होनी थी, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दें, कासिम खान सूरी पूर्व पीएम इमरान के खास माने जाते हैं। सूरी ने ही कई बार इमरान को अविश्वास प्रस्ताव से बचाया था जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बात दें कि सूरी बलूचिस्तान प्रांत में इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक इंसाफ की जड़ें मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। वर्ष 1996 से ही सूरी पीटीआइ के सक्रिय सदस्य के रूप में जुड़े हुए हैं। सूरी 15 अगस्त 2018 को डिप्टी स्पीकर चुना गया था। कासिम खान लगातार दो बार पीटीआइ बलूचिस्तान के राष्ट्रपति बनने वाले एकमात्र नेता रहे हैं।
इसके साथ ही बताते चलें, पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री ने इमरान खान पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। नए प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा है कि इमरान खान ने दुबई में 14 करोड़ रुपये के हीरे के आभूषण सहित मूल्यवान तोशखाना उपहार बेचकर राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में इमरान खान के खिलाफ तोशखाना के कीमती हार बेचने और राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप में संघीय जांच एजेंसी द्वारा जांच शुरू की गई है।