अब इस बौखलाहट के बाद पाकिस्तान की इमरान सरकार अवैध रूप से कब्जा किए कश्मीर के कुछ हिस्सों पर नापाक चाल चलने की साजिशें रच रहा है। पाकिस्तान ने गिलगिट-बाल्टिस्तान ( Gilgit-Baltistan ) क्षेत्र को अपना पांचवां प्रांत बनाने की कवायद शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इमरान सरकार गिलगिट बाल्टिस्तान को देश का पांचवां प्रांत बनाकर जल्द ही एकीकृत करने की तैयारी कर रही है।
Pakistan: विपक्षी नेता शहबाज ने पीएम इमरान पर ठोका 10 अरब के मानहानि का केस, बोले- रोजाना हो सुनवाई
पाकिस्तान की एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान मामलों के मंत्री अली अमीन गंडापुर ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान जल्द ही गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र का दौरा करेंगे और फिर इसका औपचारिक ऐलान करेंगे। बता दें कि इस मुद्दे पर भारत का रुख स्पष्ट है कि गिलगिट-बल्टिस्तान समेत जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का क्षेत्र भारत का अभिन्न अंग है।
नवंबर में होगा चुनाव!
रिपोर्ट के मुताबिक, अली अमीन ने कहा कि गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र को नेशनल असेंबली और सीनेट समेत हर संवैधानिक निकाय में पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नवंबर में चुनाव कराए जाएंगे।
मंत्री अली अमीन ने कहा कि संघीय सरकार ने सभी पक्षकारों से विचार-विमर्श के बाद गिलगिट-बाल्टिस्तान को संवैधानिक अधिकार देने पर सैद्धांतिक सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के तहत मोकपोंदास विशेष आर्थिक क्षेत्र पर भी काम शुरू किया जाएगा। हमारी सरकार ने वहां के लोगों से किए गए वादे को पूरा करने का फैसला किया है।
Nepal के बाद अब PAK ने जारी किया नया Map, कश्मीर-लद्दाख और जूनागढ़ पर ठोका दावा
बता दें कि पिछले 73 वर्षों से गिलगिट-बाल्टिस्तान के लोगों को वंचित रहना पड़ा है। इस क्षेत्र में चुनाव को लेकर को अमीन ने कहा कि नवंबर के मध्य में मतदान होगा। बहुत जल्द ही उम्मीदवारों को पार्टी टिकटों का वितरण किया जाएगा।
उन्होंने खुलासा किया कि पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) किसी स्थानीय पार्टी के सात गठबंधन कर सकती है, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) अलग-अलग चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि पाकिस्तान ने इससे पहले देश का नया नक्शा जारी करते हुए कश्मीर, लद्दाख और गुजरात के जूनागढ़ को अपना बताया था। जिसपर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।