हालांकि, पाकिस्तान ने इस बार भी अपनी गलती मानने के बजाय यह बचकानी दलील दी है कि सर्बिया दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था और किसी शरारती तत्व ने यह झूठा संदेश पोस्ट कर दिया है। पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था किसी से छिपी नहीं है। बढ़ती महंगाई और भूखमरी ने आम जनता की कमर तोड़ रखी है। प्रधानमंत्री इमरान खान अक्सर अपने देश की गरीबी का रोना कभी सोशल मीडिया पर तो कभी टीवी पर रोते दिखाई दे जाते हैं। हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि इमरान सरकार अब अधिकारियों और कर्मचारियों को वेतन भी देने की स्थिति में नहीं है। यही हालत विदेशों में नियुक्त पाकिस्तानी अधिकारियों और कर्मचारियों की भी है।
पाकिस्तानी दूतावास की ओर से ट्वीट कर बताया गया है कि महंगाई ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आप यानी प्रधानमंत्री इमरान खान कब तक उम्मीद करते हैं कि हम सरकारी अधिकारी चुप बैठे रहेंगे। हम पिछले 3 महीनों से बिना वेतन के आपके लिए काम कर रहे हैं। हमारे बच्चों को फीस नहीं भरी गई है। इस वजह से स्कूल प्रबंधन ने उन्हें निकाल दिया है। अधिकारियों ने इमरान खान से पूछा है कि क्या यही नया पाकिस्तान है। पाकिस्तानी दूतावास की ओर से एक और ट्वीट करके कहा गया है कि मुझे माफ कीजिएगा इमरान खान। मेरे पास इसके अलावा दूसरा और कोई और रास्ता नहीं बचा था।
वहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के डिजिटल मीडिया सलाहकार डॉक्टर अर्स्लन खालिद ने इस मामले पर हास्यास्पद बयान दिया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी विदेश कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सर्बिया में पाकिस्तान के दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय इसकी जांच कर रहा है और पूरे मामले के सामने आने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, कुछ हफ्ते पहले पाकिस्तान सरकार ने सऊदी फंड फॉर डेवलपमेंट के साथ एक समझौता कर 3 अरब डॉलर का कर्ज लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह कर्ज महंगे ब्याज दर पर लिया गया है। पाकिस्तान चीन के साथ भी भारी-भरकम कर्ज तले डूबा हुआ है। दिलचस्प यह है कि सोशल मीडिया पर पोस्ट हुए इस संदेश के बाद भारत और पाकिस्तान समेत दुनियाभर के लोग इस ट्वीट पर इमरान खान सरकार का मजाक उड़ा रहे हैं। वहीं कुछ यूजर्स ने तो इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान सरकार की बेइज्जती बताया है।