पाकिस्तान को एक और झटका
भारत ने अपने इस कदम से पाक को एक बड़ा झटका दिया है। आर्थिक कंगाली से गुजर रहा पाकिस्तान ( Pakistan ) भारत के साथ लगातार बातचीत करने का प्रयास कर रहा है और हर उस मौके को भुनाना चाहता है जिससे कि भारत वार्ता के लिए हामी भर दे। इसी क्रम में एक बार फिर पाकिस्तान ने भारत को खुश करने का प्रयास किया है। दरअसल, पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) के विमान को अपने हवाई क्षेत्र में उडान भरने देने की मंजूरी दे दी थी। पीएम मोदी 13-14 जून को शंघाई सहयोग संगठन ( SCO ) सम्मेलन में शामिल होने के लिए किर्गिस्तान ( Kyrgyzstan ) के बिश्केक जाने वाले हैं।
सोमवार को एक पाक अधिकारी ने बताया कि पीएम इमरान खान ने भारत सरकार के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और पीएम मोदी के विमान को अपने हवाई क्षेत्र में उडान भरने की मंजूरी दे दी है। बता दें कि इससे पहले 21 मई को पाकिस्तान ने भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ( sushma swaraj ) के विमान को अपनी हवाई सीमा से उड़ान भरने की अनुमति दी थी। सुषमा स्वराज को किर्गिस्तान में SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने जाना था।
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भारत सरकार ने किया था अनुरोध
आगामी 13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में SCO शिखर सम्मेलन होने वाला है। इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंचेंगे। पीएम मोदी भी इसमें भाग लेने के लिए जाने वाले हैं। किर्गिस्तान जाने के लिए हवाई मार्ग पाकिस्तान के इलाके से होकर गुजरता है। लिहाजा भारत सरकार ने पाकिस्तान से अनुरोध किया था कि वह बिश्केक जाने के लिए पीएम मोदी के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से होकर गुजरने की मंजूरी दे। एक अधिकारी ने बताया कि पाक पीएम इमरान खान ने भारत के इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और विमान को उड़ने की मंजूरी दे दी। पाकिस्तान ने उम्मीद जताई है कि भारत शांति वार्ता के लिए उसकी पेशकश को स्वीकार करेगा। बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने अपने हवाईक्षेत्र में भारतीय विमानों के उड़ने पर रोक लगा दी है।
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14 जून तक बंद रहेगा पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र
मालूम हो कि पाकिस्तान ने 27 मार्च को नई दिल्ली, बैंकाक और कुआलालंपुर को छोड़कर सभी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया था, उसके बाद अप्रैल के मध्य में उसने भारत से पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों के लिए अपने 11 हवाई मार्गों में से एक को खोला। वर्तमान में एयर इंडिया और तुर्की जैसी एयरलाइंस ने इस मार्ग का उपयोग शुरू कर दिया है। 14 जून को पाकिस्तान अपने फैसले पर विचार करेगा, जिसके बाद यह फैसला लिया जाएगा कि भारत व अन्य दो देशों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को खोलना है या नहीं। भारतीय हवाई क्षेत्र से जाने वाले विदेशी कैरियर को अलग मार्गों को लेने के लिए मजबूर किया जाता है। क्योंकि वे पाकिस्तान पर उड़ान नहीं भर सकते। बता दें कि पाकिस्तानी एयर स्पेस के बंद होने से सबसे बड़ा नुकसान मुख्य रूप से यूरोप से दक्षिण पूर्व एशिया जाने वाली उड़ानों पर होता है। आपको बता दें कि पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण उड्डयन गलियारे के बीच में स्थित है और उसके हवाई क्षेत्र बंद होने से प्रतिदिन सैकड़ों वाणिज्यिक और कार्गो उड़ानों पर प्रभाव पड़ता है। इससे यात्रियों के लिए उड़ान का समय और एयरलाइनों के लिए ईंधन की लागत बढ़ जाती है।
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