एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ फ्रंटलाइन पर जंग लड़ रहे 65 स्वास्थयकर्मियों की PPE किट और मास्क ( Mask ) की कमी से जूझते हुए मौत हो गई, जबकि करीब 5000 से ज्यादा संक्रमित हुए हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ( National Institute of Health ) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक देश में कोरोना की चपेट में आने के कारण 42 डॉक्टरों सहित करीब 65 स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हुई है। सबसे बड़ी बात की मरने वाले डॉक्टरों में 30 डॉक्टर सिर्फ पंजाब प्रांत ( Punjab State ) के हैं। इतनी भयावाह स्थिति को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP ) ने पाकिस्तान सरकार को लताड़ लगाई है और कहा है कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने में इमरान खान की सरकार ( Imran Khan Government ) नाकाम साबित हुई है।
5 हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित
रिपोर्ट में बताया गया है कि पंजाब के बाद सिंध प्रांत में सबसे अधिक डॉक्टरों की कोरोना से मौत हुई है। सिंध में अब तक 11 डॉक्टरों ने जान गंवाई है, जबकि बलूचिस्तान में चार और गिलगिट-बाल्टिस्तान ( Gilgit-Baltistan ) में एक डॉक्टर की मौत हुई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में 3 हजार डॉक्टर्स और 600 नर्सों समेत करीब 5,000 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ( Health Ministry ) के अनुसार, सोमवार को पाकिस्तान में 4,471 नए मामले सामने आए।
इसके साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,81,088 हो गई, जबकि 89 लोगों की मौत के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 3,590 तक पहुंच गया है।
UNDP ने इमरान सरकार को बताया नाकाम
आपको बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ पर्याप्त उपाय करने में नाकाम रहने को लेकर संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ( UNDP ) ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाया। UNDP ने कहा है कि दुनियाभर की स्थानीय सरकारें कोरोना के खिलाफ आगे बढ़कर काम कर रही थीं, वहीं पाकिस्तान की इमरान सरकार एक हद तक अपने नागरिकों से कटी हुई थी।
UNDP ने आगे कहा है कि पाकिस्तान में महामारी को रोकने के लिए किए गए पर्याप्त प्रयासों के बावजूद परिणाम खराब रहे हैं। सरकार के एकतरफा फैसलों के खिलाफ ट्रेडर्स और बिजनेसमैन असंतुष्ट हैं, क्योंकि इससे उनका कारोबार खासा प्रभावित हुआ है। इसके अलावा चिकित्सा स्वास्थ्य पेशेवरों को PPE (व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण) की अनुपलब्धता और परीक्षण- ट्रैकिंग में एक कुशल प्रणाली की कमी देखी गई, जो कि सरकार के प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है।