नासा ने भारत के ‘मिशन शक्ति’ को बताया ‘भयानक’, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा
क्या है मामलाउजमा नामक लड़की जनवरी में मारी गई थी। मारे जाने के आठ महीने पहले से वह लाहौर में एक डॉक्टर के परिवार के लिए काम कर रही थी। उसके मौत के बाद पुलिस ने उसकी नियोक्ता और दो अन्य महिलाओं को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उजमा के व्यापिता मुहम्मद रियाज ने एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए कहा, “मैं हार नहीं मानूंगा। मैं मौत को तरजीह देता हूं, लेकिन मैं अपराधियों को जाने नहीं दूंगा।” बताया जा रहा हैं कि किशोरी ने सिर्फ 4,000 रुपये (28 डॉलर) प्रति माह कमाए। इस दुखद कहानी ने सोशल मीडिया पर एक बड़े अभियान को जन्म दिया। #JusticeforUzma हैशटैग के साथ कई लोगों ने उसे इंसाफ दिलाने के लिए व्यापक अभियान छेड़ा हुआ है। सैद्धांतिक रूप से पाकिस्तान में 15 साल से कम उम्र के किसी भी किशोर को नौकरी देना गैरकानूनी है, लेकिन इसका पालन नहीं होता है। आपको बता दें कि उजमा की हत्या का विवरण एक लोकप्रिय टीवी शो के दौरान सनसनीखेज रूप से सामने आया था।
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पाकिस्तान में बेहद खराब है कामगारों की हालतपाकिस्तान में घरेलू कामगारों की हालत बेहद खराब है। घरेलू कामगार यूनियन के महासचिव अरूमा शहजाद ने कहा, “माता-पिता अक्सर अपने बच्चों को गरीबी से बाहर निकालने का एक तरीका मानते हैं। लेकिन घरेलू कामगार अक्सर शोषण, हिंसा और यौन शोषण का सामना करते हैं। पाकिस्तान की पितृसत्तात्मक संस्कृति, अपनी कठोर सामाजिक वर्ग संरचना के साथ अक्सर उन्हें आवाज उठाने से रोकती है।उजमा का मामला नाबालिगों के प्रति की बढ़ती घटनाओं में नवीनतम है। बता दें कि इससे पहले 2016 में एक पाकिस्तानी जज और उनकी पत्नी को उनकी 10 साल की नौकरानी को प्रताड़ित करने के लिए जेल में डाल दिया गया था। 2017 में एक प्रसिद्ध टीवी प्रस्तोता पर अपनी किशोरी नौकरानी को जबरन हिरासत में रखने का आरोप लगाया गया था।
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