मंगलवार को अपना पहला संघीय बजट पेश करने के कुछ घंटों बाद इमरान ने राष्ट्र के नाम अपना संबोधन दिया। इसी दौरान इस समिति के गठन का एलान किया गया। उन्होंने कहा कि इस समिति में फेडरल इंवेस्टीगेशन एजेंसी, इंटेलीजेंस ब्यूरो, इंटर सर्विस इंटेलीजेंस, फेडरल बोर्ड आफ रेवन्यू, सिक्यूरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन आफ पाकिस्तान के अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। विपक्ष पर हमला बोलते हुए इमरान ने कहा वह पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को स्थिर करने की कवायद कर रहे हैं। वह पाकिस्तान के रुपये को गिरता हुआ नहीं देखना चाहते हैं।
उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि तीन राजदूतों ने हाल ही में पाकिस्तान में निवेश का प्रस्ताव रखा था। मगर बाद में उन्होंने अपने हाथ खींच लिए क्योंकि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खराब हालत में है। गौरतलब है कि इमरान खान ने अपने चुनावी प्रचार में भ्रष्टाचार का मुद्दा जमकर उठाया था। उन्होंने आरोप लगाए थे पिछली सरकारों ने पाकिस्तानी आवाम की भलाई के लिए कुछ नहीं किया। बजट को लेकर इमरान खान ने कहा कि यह नए पाकिस्तान की नीव रखेगा। इससे पहले बीते सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने ऐलान किया था कि 30 जून तक सभी अपनी बेनामी संपत्ति और धन का खुलासा करें। ऐसा न करने पर बुरे परिणाम भुगतने होंगे। उन्हें तरीख निकल जाने पर दोबारा कोई मौका नहीं मिलेगा।