दरअसल, भारत की आपत्तियों के बाद खालिस्तानी सिख नेता गोपाल सिंह चावला को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ( PSGPC ) के सचिव पद से हटा दिया गया था। हालांकि अब एक बड़ी खबर सामने आई है कि चावला PSGPC नियंत्रित एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड ( ETPB ) के सदस्य बने रहेंगे। चावला ETP में एक गैर-सरकारी सदस्य के तौर पर कार्य करता रहेगा।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, चावला अभी भी मूल निकाय के सदस्य के रूप में PSGPC के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकता है।
12 जुलाई को चावला को PSGPC से हटाया गया था
भारत द्वारा सिख संगठन से खालिस्तानी तत्वों को हटाने के लिए पाकिस्तान पर लगातार दबाव बनाने के बाद गोपाल सिंह चावला को PSGPC के सचिव पद से हटा दिया गया था। हालांकि, अभी भी PSGPC में खालिस्तानी तत्व मौजूद हैं।
10 जुलाई को हुई बोर्ड मीटिंग में एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अमीर अहमद ने गोपाल सिंह चावला के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए थे।
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सबसे बड़ी बात यह है कि 12 जुलाई की बैठक के दो दिन बाद, जबकि गुरुद्वारा खार साहिब खोलने के लिए गोपाल सिंह चावला गुजरांवाला में मौजूद थे, ETPB का कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ( SGPC ) के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह और PSGPC के बीच हुई किसी भी बैठक में चावला को भाग लेने की अनुमति नहीं थी, जो एक प्रतिनिधिमंडल के साथ थे।
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