ये 5 फिल्में अपने बच्चों के साथ जरूर देखें, अच्छी आदतों और मोरल वैल्यूज के साथ मिलेगा तगड़ा मनोरंजन
Must Watch OTT Movies: ओटीटी पर मौजूद पांच ऐसी फिल्में जिन्हें आपको अपने बच्चों के साथ जरूर देखना चाहिए। ये मूवीज मनोरंजन के साथ-साथ मोरल वैल्यूज को भी आपके बच्चों में बढ़ावा देने में मदद करेंगे। आइए देखते हैं वो कौन सी टॉप 5 फिल्में है…
Must Watch OTT Movies: आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसी पांच फिल्में जिन्हें आपको अपने बच्चों के साथ जरूर देखनी चाहिए। ये मूवीज आपके बच्चों के अंदर ना सिर्फ मोरल वैल्यूज एड करेंगी बल्कि उन्हें अच्छी आदतें अपनाने के लिए प्रेरित भी करेंगी। इतना ही नहीं इन फिल्मों में भर-भर कर एंटरटेनमेंट भी है। आइए देखते हैं वो पांच फिल्में कौन सी हैं।
‘तारे जमीन पर’ साल 2007 में रिलीज हुई फिल्म हैं। ये फिल्म लोगों को काफी पसंद आई थी। इसी वजह से यह साल की पांचवी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली मूवी है। इस फिल्म को आमिर खान और अमोल गुप्ते ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म ने कुल 27 अवॉर्ड जीते हैं।
तारे जमीन पर एक फुल फैमिली ड्रामा मूवी है। यह एक आठ साल के बच्चे ईशान की कहानी है। जिसे एक विशेष तरह का डिसआर्डर है, जिसकी वजह से वह स्कूल में काफी मुश्किलों से गुजरता है। उसके माता-पिता भी उसे समझ नहीं पाते। आखिर में स्कूल में एक टीचर आता है, जो ईशान की प्रतिभा को पहचानता है। फिल्म एक बहुत ही अच्छा मैसेज देती है। इस फिल्म को आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।
‘चिल्लर पार्टी’ साल 2011 में आई एक फैमिली ड्रामा फिल्म है। जिसे लिखा और डायरेक्ट किया है नितेश तिवारी और विकास बहल ने। यह मूवी आठ बच्चों के इर्द-गिर्द घूमती है जो मुंबई की एक कॉलोनी चंदन नगर में रहते हैं। यह फिल्म बच्चों के अपने आसपास के लोगों के प्रति प्यार और संवेदना को दर्शाती है। फिल्म में सोसाइटी के बच्चों का लगाव सोसाइटी के गाड़ियां साफ कर रहे एक अनाथ गरीब बच्चे और उसके कुत्ते के प्रति लगाव और दोस्ती की दास्तां है। इस फिल्म को भी आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।
‘आई एम कलाम’ एक गरीब राजस्थानी लड़के की कहानी है। जो भारत के पूर्व राष्ट्रपति से प्रेरित है। छोटू राजस्थान का रहने वाला एक 12 साल का बुद्धिमान लड़का है। गरीबी में पैदा हुआ, वह सड़क के किनारे एक होटल पर काम करता है। उसकी मां बार-बार कहती है “स्कूल हमारे भाग्य में नहीं है”। फिल्म ये बताती है कि भाग्य कुछ नहीं होता है और किस तरह नियति को अपनी कड़ी मेहनत के द्वारा बदला जा सकता है।
एक दिन छोटू राष्ट्रपति डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम को टेलीविजन पर देखता है उनसे काफी प्रेरित हो जाता है। छोटू अपना नाम बदलकर कलाम रख लेता है और वह ये निश्चय करता है कि वह एक ऐसा व्यक्ति बनेगा जो टाई पहनता है और जिसका दूसरे लोग सम्मान करते हैं। इस मूवी को भी आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।
‘भूतनाथ’ एक ऐसे बच्चे की कहानी है जो अपने माता-पिता के साथ एक नए घर में शिफ्ट होता है। जिसके बाद उस घर के मालिक का भूत उसे दिखने लगता है। लड़के की दोस्ती भूत से हो जाती है। दोनों मिलकर खूब मस्ती करते हैं। मूवी कॉमेडी के साथ-साथ मोरल वैल्यूज भी एड करती है। भूतनाथ मूवी को भी आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।
‘चक दे इंडिया’ एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है जो कबीर खान नाम के एक हॉकी खिलाड़ी पर केन्द्रित है। कबीर की कप्तानी में भारत के पाकिस्तान से एक हॉकी मैच हारने पर मीडिया कबीर पर फिक्सिंग का आरोप लगाती है और कबीर को हॉकी टीम से निकाल दिया जाता है। इसके कुछ साल बाद कबीर भारतीय स्त्री हॉकी टीम के कोच बनते हैं और उन्हें हॉकी विश्व कप जीतने में मदद करते हैं। फिल्म की कहानी काफी प्रेरणादायक है। इसमें जीत के लिए किए गए संघर्ष को दिखाया गया है। इस भी आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।