क्या है सीरीज की कहानी
‘मुंबई डायरीज 2’ की कहानी पार्ट 1 के खत्म होने से शुरू होती है। बॉम्बे जनरल हॉस्पिटल के ट्रॉमा डिपार्टमेंट के हेड डॉ. कौशिक ओबेरॉय पर केस चल रहा होता है। कोर्ट ने डॉक्टर कौशिक को दोषी करार नही किया होता है। एक तरफ, डॉ कौशिक ट्रॉमा में रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ, हॉस्पिटल के और डॉक्टर्स 26/11 के अटैक के बाद चैन की सांस ले रहे होते हैं। सब लोग हमेशा की तरह अपना काम खत्म करके घर जाने को प्लानिंग कर रहे होते हैं। लेकिन, तभी जोरों की बारिश शुरू हो जाती है और तबाही मचा देती है। 26/11 के ट्रॉमा से अभी डॉक्टर्स बाहर निकले भी नहीं होते हैं और उनके सामने नई प्रॉब्लम्स आ जाती हैं। ऐसे में हॉस्पिटल का स्टाफ कैसे इस स्थिति से बहार निकलता ही, इसे दिखाया जाता है।
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दूसरे सीजन में ये हैं कमियां
पिछले सीजन की ही तरह इस सीजन की भी कहानी काफी दमदार लगी। कहीं भी बोरियत महसूस नहीं हुई। किसी भी एपिसोड में ऐसा नहीं लगा कि जबरदस्ती कहानी की खींचा जा रहा हो।पूरी सीरीज में सस्पेंस के साथ-साथ थ्रिल का तड़का लगाया गया है। ‘मुंबई डायरीज 2’ देखने के लिए ‘मुंबई डायरीज 26/11’ देखना जरूरी है। यदि आपने पहला सीजन देखा है तो दूसरे सीजन में आपको डॉ कौशिक ओबेरॉय की कमी खलेगी। आप उनके मैजिक को मिस करेंगे। डॉ कौशिक के साथ-साथ न्यूज रिपोर्टर से एंकर बन चुकी मानसी के भी चार्म को मिस करेंगे।