Sapna Choudhary non bailable warrant: सोशल मीडिया क्वीन और हरियाणवी डांसर सपना चौधरी एक बड़ी मुसीबत में फंस गई है। उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इस खबर से पूरे सोशल मीडिया पर तहलका मचा हुआ है। ह कोई जानना चाहता है कि आखिर डांसर ने ऐसा क्या कर दिया है। जिसकी वजह से वह इतनी बड़ी परेशानी में फंस गई हैं। ये वारंट साल 2021 के एक धोखाधड़ी के मामले में जारी किया गया है। सपना के बार-बार अदालत में पेश न होने के कारण इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। सपना के पति और उनका पूरा परिवार इस वजह से काफी डर गया है। सपना का डांस और उनकी अदाएं लोगों को दीवाना बनाती हैं। ऐसे में उनके फैंस भी काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं।
सपना चौधरी पर लगे धोखाधड़ी के आरोप (Sapna Choudhary non bailable warrant)
सपना चौधरी को जो गैर जमानती वारंट जारी हुआ है वह दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने जारी किया है। ये पूरा मामला 3 साल पहले का है। कहा जा रहा है कि सपना के खिलाफ दिल्ली की इकनॉमिक ऑफेंस विंग की तरफ से चार्जशीट दायर की गई है। उनके खिलाफ ये शिकायत दर्ज करवाई थी पवन चावला नामक शख्स ने और ये मामला साल 2021 का है। एक हाई प्रोफाइल धोखाधड़ी केस में सपना का नाम सामने आया था। कोर्ट ने सपना को इस मामले में कोर्ट में हाजिर होने के निर्देश दिए थे, पर सपना लगातार गैर मौजूद रहीं। इसके बाद कोर्ट ने उनके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल भी की, जहां से सपना को समन भेजा गया था, लेकिन वे लगातार कोर्ट में गैरहाजिर रहीं और अब बात गैर जमानती वारंट तक पहुंच गई है। अब बताया जा रहा है कि सपना चौधरी को आरोपी की उपस्थिति यानी आगे की कार्यवाही के लिए अब जो अगली तारीख दी गई है वह 25 अक्टूबर 2024 है।
इससे पहले भी सपना चौधरी पर धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं। अक्टूबर 2018 में भी सपना चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था। लखनऊ के आशियाना थाने में उनके खिलाफ FIR तक दर्ज की गई थी। इसमें उन पर पैसा लेने के बाद परफॉर्म न करने का आरोप लगा था। इस कार्यक्रम के लिए 300 रुपए प्रति व्यक्ति टिकट बेचे गए थे। लेकिन जब सपना इवेंट में नहीं पहुंचीं तो जमकर बवाल हुआ था। मई 2022 में सपना चौधरी ने इस मामले में सरेंडर कर दिया था और अंतरिम जमानत की मांग की थी, जो मंजूर हो गई थी। बाद में नवम्बर 2022 में सपना के साथ इस मामले में चार अन्य आरोपी जुनैद अहमद, इबाद अली, अमित पांडे और रत्नाकर पांडेय लखनऊ के एजीएम कोर्ट में पेश भी हुए थे।