सबसे पहले कोटा फैक्ट्री के जीतू भैया के सदाबहार डायलॉग्स की बात करते हैं। ये हैं जीतू भैया के सबसे पसंदीदा डायलॉग्स। 1. ‘बच्चे कोटा से निकल जाते हैं, कोटा बच्चों से नहीं निकलता… इस कच्ची उमर में जब किसी चीज को इतना दिल से चाहते हो, तो मिल गई तो सुकून है। और नहीं मिली, तो मिलती है ईर्ष्या, चुभन, आत्म-संदेह। आत्मविश्वास गिर जाता है। फिर जितनी दुनिया नहीं समझती, उतना आदमी खुद को हारने वाला समझता है।’
2. ‘गलत दिखाते हैं फ़िल्मों में कि रट-रट के किसी का हो रहा है सिलेक्शन। आईआईटी में चतुर नहीं जाते, सिर्फ रैंचो जाते हैं। 3 इडियट्स देखी है ना?’
3. ‘”एवरी चाइल्ड इज स्पेशल”- ये कोरी बकवास है। तू कोई अनोखा व्यक्तित्व नहीं ह।. ये समस्याएं हर साल हजारों बच्चों के साथ होती हैं। कोटा में आईआईटी की तैयारी करने से पहले यहां रहने की तैयारी करनी है।’
3. ‘”एवरी चाइल्ड इज स्पेशल”- ये कोरी बकवास है। तू कोई अनोखा व्यक्तित्व नहीं ह।. ये समस्याएं हर साल हजारों बच्चों के साथ होती हैं। कोटा में आईआईटी की तैयारी करने से पहले यहां रहने की तैयारी करनी है।’
4. ‘बोलते हैं ना, अगर आप अपनी क्लास में सबसे होशियार हैं, तो आप गलत क्लास में हैं। यहां किससे कंपीट करेगा?’ बात करें गौरी भैया कि तो उन्होंने 12th फेल मूवी में एक से बढ़कर एक पंच लाइन दिए हैं। लेकिन ज्यादा पसंद किए जाने वाला डायलॉग बना:
“जिस दिन हम में से किसी एक का भी जीत होता है, तो हिंदुस्तान के करोड़ों भेड़ बकरी का जीत होता है।”
“जिस दिन हम में से किसी एक का भी जीत होता है, तो हिंदुस्तान के करोड़ों भेड़ बकरी का जीत होता है।”
इसी मूवी में आईएएस टीचर विकास दिव्यकीर्ति का एक डायलॉग खूब पसंद किया गया था:
“IAS बनना बड़ी बात नहीं है, बड़ी बात यह है कि जिस कुर्सी पर आप बैठेंगे, उससे आपकी इज्जत ना हो, बल्की आपसे उस कुर्सी की इज्जत बढ़े।”
“IAS बनना बड़ी बात नहीं है, बड़ी बात यह है कि जिस कुर्सी पर आप बैठेंगे, उससे आपकी इज्जत ना हो, बल्की आपसे उस कुर्सी की इज्जत बढ़े।”