इन फिल्मों को अपने विवादित कंटेट और फिल्मांकन की वजह से सिनेमा में रिलीज करने की इजाजत नहीं दी गई थी।
•Sep 20, 2023 / 01:12 pm•
Rizwan Pundeer
फिल्मों की कहानियों या सीन को लेकर विवाद हो जाना कोई नई बात नहीं है। सेंसर बोर्ड और सरकार कई फिल्मों को उनके कंटेट की वजह से बैन करती रही हैं। हालांकि इसमें कई फिल्में ऐसी भी हैं, जिनको सरकार ने बैन किया लेकिन अब ये दूसरे प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं। ऐसी 7 फिल्मों के बारे में हम आपके बता रहे हैं।
अनुराग कश्यप की पहली फिल्म 'पांच' 5 दोस्तों के ग्रुप पर आधारित थी, जो टूट चुके हैं और नशे के आदी हैं। इस फिल्म के कंटेट को देखते हुए इसे बैन कर दिया गया था। ये फिल्म मुबी प्लेटफॉर्म पर देखी जा सकती है।
1993 के मुंबई दंगों में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच बहुत हिंसा हुई। एस हुसैन जैदी की एक किताब के आधार पर बनी ब्लैक फ्राइडे को माना गया कि ये हिंसा फैला सकती है। इसे बैन कर दिया गया। ये फिल्म अब नेटफ्लिक्स पर है।
फिल्म में महिलाओ की इच्छा को सामने और केंद्र में रखने की वजह से भारतीय सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई अधिक कट लगाए गए। चार महिला किरदारों पर बनी ये फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
फूलन देवी के जीवन पर आधारित फिल्म बैंडिट क्वीन काफी चर्चा में रही। इस फिल्म को उस समय बैन कर दिया गया था। फूलन के डाकू बनने और बदला लेने की ये फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर है।
हिन्दी सिनेमा की सबसे विवादित फिल्मों में से एक 'फायर' है। अपने-अपने पतियों से धोखा दिए जाने के बाद दो महिलाएं एक दूसरे के करीब आ जाती हैं। फिल्म में शबाना आजमी और नंदिता दास मुख्य भूमिकाओं में थीं।
2002 के दंगों पर बनी फिल्म 'फिराक' राज्य सरकार के भारी विरोध के कारण फिल्म गुजरात में रिलीज नहीं हो सकी थी। ये फिल्म जियो सिनेमा पर मौजूद है।
फिल्म 'गार्बेज' एक महिला की कहानी है, जिसका सेक्स टेप लीक हो जाता है। इसके बाद जो होता है, वही फिल्म की कहानी है। ये फिल्म नेटफ्लिक्स पर मौजूद है।
Hindi News / Photo Gallery / Entertainment / OTT News / OTT पर देखी जा सकती हैं ये 7 फिल्में, जिनके बोल्ड कंटेट के चलते रिलीज पर लगा दिया गया था बैन