कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के चलते भारतीय खेल प्राधिकर ने अपनी सारी खेल गतिविधियों पर लॉकडाउन से पहले ही रोक लगा थी। उसने 18 मार्च को ही यह घोषणा कर दिया था कि टोक्यो ओलंपिक को छोड़कर बाकी सभी खेलों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयारियों के लिए चल रहे राष्ट्रीय शिविरों को बंद किया जाता है। इतना ही नहीं, साई ने इसके साथ ही अपने सभी साई ट्रेनिंग सेंटर और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में चल रहे खेल गतिविधियों को भी बंद कर दिया था।
सेमिनार और कार्यशालाओं पर भी रोक
इसके बाद 22 मार्च को जैसे ही लॉकडाउन का पहला चरण लागू हुआ था, साई ने ओलंपिक की तैयारियों के लिए चल रहे कैंपों को भी स्थगित कर दिया था। इसके साथ ही सभी खिलाड़ियों को घर वापसी के लिए ट्रेन और हवाई जहाज का टिकट दिया था। इसके साथ ही साई न यह भी साथ कर दिया था कि लॉकडाउन की अवधि तक कोई भी खेल टूर्नामेंट, सेमिनार या कार्यशाला का आयोजन नहीं किया जाएगा। अब साई का यह आदेश तीन मई तक प्रभावी रहेगा।
इस बीच यह बता दें कि देश में कोरोना के मामले एक हजार से ऊपर पहुंच गया है और इसके कारण 339 लोगों की मौत हो चुकी है।