इस सम्मान की होड़ में रानी की टक्कर कराटे स्टार युक्रेन की स्टैनसिलाव होरूना, कनाडा के पावर लिफ्टर चैम्पियन राहेया स्टिन और स्लोवानिया की स्पोर्ट क्लाइम्बिंग स्टार जांजा गार्नब्रेट से थी। इन खिलाड़ियों समेत इस अवॉर्ड के लिए कुल 25 पुरुष और महिला खिलाड़ी को नामित किया गया था। स्क्रीनिंग के बाद यह संख्या 10 कर दी गई थी। इसके बाद इस पुरस्कार के लिए लोगों की राय ली गई। वोटिंग में रानी ने सबको पछाड़कर इस अवॉर्ड पर कब्जा जमाया और पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ाया।
रानी ने देश और टीम को समर्पित किया अवॉर्ड
अवार्ड जीतने के बाद रानी रामपाल ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और सम्मान की बात है। यह अवॉर्ड उनकी टीम और उनके देश को जाता है। उन्होंने कहा कि जब आपका देश आपकी मेहनत की कद्र करता है, तब अच्छा लगता है और जब अंतरराष्ट्रीय खेल जगत इसे सम्मान देता है, तब यह और भी अच्छा लगता है। रानी ने वोट करने वालों का शुक्रिया भी अदा किया। उन्होंने कहा कि 2019 हमारी टीम के लिए शानदार साल रहा, क्योंकि हमने टोक्यो ओलम्पिक 2020 के लिए क्वालिफाई किया। एक टीम के लिए हम 2020 को और बेहतर बनाना चाहते हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल देश की सबसे बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी मानी जाती हैं। उन्हें महज 15 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय टीम में जगह मिल गई थी। वह अब तक कुल 240 मैच खेल चुकी हैं। रानी की कप्तानी में ही भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई किया है। यह इसलिए भी ऐतिहासिक है, क्योंकि भारतीय महिला हॉकी टीम इससे पहले सिर्फ दो बार ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर पाई है।