सिंधु की फिटनेस ने आसान की गोल्ड की राह- पीवी रमना
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में सिंधु के पिता पीवी रमना ने बताया है कि सिंधु ने इस चैंपियनशिप से पहले अपनी फिटनेस पर खासा ध्यान दिया था। यही वजह है कि सिंधु बेसल में हुई इस चैंपियनशिप में पांच दिन बेहतरीन प्रदर्शन कर पाईं। सिंधु के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी की मॉर्निंग पल्स रेट ( नाड़ी की दर ) 38 प्रति मिनट रहती है। सिंधु के पिता रमाना को रेस्टिंग हार्ट रेट ( RHR ) के जानकार के रूप में पहचाना जाता है। वो बताते हैं कि एक सामान्य व्यक्ति की आरएचआर रेंज 60 से 100 के बीच में होती है। वहीं 40 से नीचे RHR के असाधारण एथलीट की पहचान होती है।
सुचित्रा बैडमिंटन अकैडमी के मालिक और सिंधु के पिता रमन्ना के दोस्त प्रदीप राजू के मुताबिक, कड़ी मेहनत करने या किसी काम में पूरी ऊर्जा डालने के बाद पीवी सिंधु के दिल की धड़कन जब बहुत तेज हो जाती है तो उसे सामान्य होने में महज 30-35 सेकंड का समय लगता है। ऐसा बहुत कम ऐथलिटों में देखने को मिलता है।
‘हार्ड वर्कआउट से सिंधु रहती हैं तरोताजा’
पीवी रमना का कहना है कि सिंधु के अंदर हार्ड वर्कआउट के जरिए खुद को निखारने की क्षमता है और इसके जरिए ही उन्हें बेसल में सफलता मिल पाई है। इसका उदाहरण क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में देखने को भी मिला। सिंधु ने क्वार्टर फाइनल में एक घंटे 11 मिनट कोर्ट पर बिताए। इसके बाद अगले दिन सेमीफाइनल में तरोताज और नई एनर्जी के साथ उतरीं, ऐसा लगा कि वो उनका पहला मैच था।
ये है सिंधु का वर्कआउट शेड्यूल
सिंधु ने एक ब्यूटी और फैशन मैगजीन को बताया था कि वह काफी कठिन फिटनेस प्लान फॉलो करती हैं। सिंधु ने कहा था कि वह अपने मॉर्निंग सेशन की शुरुआत सुबह 7 बजे करती हैं जो दोपहर 12 बजे तक चलता है। इसके बाद वह 1 बजे लंच करती हैं। डाइट के मामले में पीवी सिंधु बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करती हैं। वो अपने खाने में कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन का प्रॉपर बैलेंस बनाकर रखती हैं। इसके लिए वह ब्रेकफस्ट में दूध, अंडे और फल लेती हैं और दिनभर में प्रैक्टिस सेशन के बीच-बीच में ढेर सारा पानी और अन्य तरल पदार्थ लेती रहती हैं।