थलाइवाज को 20 मैच में सातवीं जीत मिली जबकि बंगाल को इतने ही मैचों में 12वीं हार मिली। थलाइवाज की जीत में मोइन शफागी (13), हिमांशु (13), साई प्रसाद (6) और डिफेंडर नितेश (7) ने चमक दिखाई जबकि फजल अतराचली के बगैर उतरी बंगाल के लिए मंजीत चौधरी ने सबसे अधिक सात अंक लिए। बंगाल की टीम चार बार आलआउट हुई।
शुरुआती 10 मिनट में थलाइवाज ने एक बार आलआउट लेते हुए 16-6 की लीड ले ली थी। साई प्रसाद ने चार अंक की रेड के साथ बंगाल को बैकफुट पर धकेला। बंगाल को आलआउट करने में डिफेंस का अहम योगदान रहा क्योंकि उसने मनिंदर जैसे स्टार रेडर को इस दौरान खाता नहीं खोलने दिया। आलइन के बाद शफागी ने सुपर रेड के साथ बंगाल को फिर तगड़ा झटका दिया। लीज 19-6 की हो गई थी। इस बीच मनिंदर ने खाता खोला और इस सीजन में 100 रेड प्वाइंट्स पूरे किए। पांच मिनट के खेल में थलाइवाज ने 22-9 की लीड पर बंगाल के लिए सुपर टैकल आन कर दिया था।
बंगाल ने हालांकि इसके बाद लगातार तीन अंक लेकर आलआउट टाल दिया लेकिन 10 अंक का फासला अभी भी बना हुआ था। थलाइवाज ने इसके बाद भी अपनी पकड़ बनाए रखी और 25-13 के स्कोर पर पाला बदला। हाफटाइम के बाद थलाइवाज ने फिर से बंगाल को सुपर टैकल सिचुएशन में डाला और फिर शफागी की बदौलत आलआउट लेकर 30-14 की लीड ले ली। आलइन के बाद भी शफागी मल्टीप्वाइंटर के साथ बंगाल को दुख पहुंचाया। वह सुपर-10 पूरा कर चुके थे और फासला 20 अंक का हो गया था। साथ ही बंगाल के लिए सुपर टैकल भी आन था। इसके बाद बस्तामी और शफागी ने आलआउट की ओर धकेला लेकिन मंजीत ने मल्टी प्वाइंटर के साथ एक रिवाइवल ले लिया।
इसके बाद नितेश ने शफागी को सुपर टैकल कर 30 मिनट की समाप्ति तक स्कोर 19-37 कर दिया। ब्रेक के बाद हालांकि हिमांशु ने नितेश और सिद्धेश को आउट कर थलाइवाज के लिए तीसरा आलआउट लिया। अब थलाइवाज 42-19 से आगे थे। इसी बीच नितेश ने सातवां हाई-5 पूरा किया। 20 असफल टैकल्स ने बंगाल का यह हाल किया है।
थलाइवाज का कहर आगे भी जारी रहा और मैच के अंतिम मिनटों में उसने बंगाल को फिर से आलआउट की कगार पर ला दिया। इस बीच हिमांशु ने सुपर-10 पूरा किया। फिर थलाइवाज ने चौथे आलआउट के साथ स्कोर 56-23 कर दिया। अब सिर्फ औपचारिकता बची थी क्योंकि यहा से बंगाल की वापसी असंभव थी।