मुझे विश्वास था कि…
31 वर्षीय ब्रिटिश तीरंदाज जोडी ग्रिनहम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद कहा कि उनके लिए ये आसान नहीं था। गर्भ में मेरा बच्चा लगातार किक मार रहा था। मानो चिल्ला-चिल्लाकर कह रहा हो कि मां आप ये क्या कर रही हैं? लेकिन मुझे विश्वास था कि मैं कॉम्पीट कर सकती हूं। मैं अपना बेस्ट दूंगी। गर्भ में बच्चा हो या न हो, मैं मेडल जीतूंगी।
बच्चा पैदा होने से पहले पोडियम पहुंचा
पेरिस पैरालंपिक में मेडल जीतने से पहले जोडी ग्रिनहम वीकेंड पर एक अस्पताल में भर्ती थीं, क्योंकि गर्भ में बच्चा कोई मूवमेंट नहीं कर रहा था। उनके बच्चे के दिल की लगातार निगरानी की गई। ट्रेनिंग के दौरान भी वह बच्चे के अचानक मूवमेंट के लिए भी तैयारी कर रही थीं। अब वह अपने बच्चे को बता सकेंगी कि दुनिया में आने से पहले ही वह पोडियम पर पहुंच गया था। 3 बार प्रेग्नेंट हुईं, लेकिन मां नहीं बन सकीं
बता दें कि ग्रिनहम फिलहाल एक बच्चे की मां हैं। उनके इस मेडल जीतने का सफर बेहद कठिन था। दूसरे बच्चे के गर्भ में आने से पहले वह 3 बार प्रेग्नेंट हुईं, लेकिन मां नहीं बन सकीं। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान खेलना शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी कठिन था। ग्रिनहम इससे पहले टोक्यो पैरालिंपिक में गोल्ड और रियो पैरालिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।