उन्होंने सोनीपत में हरियाणा खेल विश्वविद्यालय की ‘मिशन ओलंपिक 2036’ पर आयोजित एक सम्मेलन में कहा, मेरा सत्र समाप्त हो गया है। 2025 का लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप है। इसके लिए हम अभी से तैयारी शुरू करेंगे। वैसे ओलंपिक हमेशा से दिमाग में रहता है, लेकिन अभी उसके लिए चार साल का समय है।
चोट के बारे में पूछे जाने पर 26 वर्षीय एथलीट ने कहा, मेरे लिए यह साल चोटों से भरा रहा है। हालाकि अब चोट ठीक है। मैं नए सत्र के लिए पूरी तरह फिट हो जाऊंगा। तकनीकी पहलु भी हैं, हम इसको लेकर काम करेंगे। मैं अपनी तकनीक सुधार करने पर ध्यान दूंगा। भारत में अभ्यास करना पसंद हैं लेकिन जब प्रतियोगिताएं शुरू होती हैं तब विदेश में अभ्यास करना सही रहता है।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की ओर से कोई स्वर्ण पदक नहीं जीते जाने के सवाल पर नीरज चोपड़ा ने कहा, कई भारतीय एथलीट चौथे स्थान पर रहे। इस पर पैरालंपिक में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले ओलंपिक और पैरालंपिक में भारतीय एथलीट अच्छा प्रदर्शन करेंगे।