बार्टोनिएट्ज ने लिया संन्यास
दरअसल, नीरज चोपड़ा अभी तक जर्मन कोच क्लॉस बार्टोनिएट्ज के साथ काम कर रहे थे, लेकिन क्लॉस बार्टोनिएट्ज ने हाल ही में कोचिंग से संन्यास लिया है। चोपड़ा ने कहा, “मैं हमेशा से जान की तकनीक और सटीकता का मुरीद रहा हूं। मैंने उनके कई वीडियो देखे और उससे बहुत कुछ सीखा। वह इतने वर्षों तक खेल में सर्वश्रेष्ठ रहे और मेरा मानना है कि उनके साथ काम करना अमूल्य होगा क्योंकि हमारे थ्रो करने की शैली काफी मेल खाती है। उनका ज्ञान बेजोड़ है और भविष्य में उनका मार्गदर्शन मेरे लिए अहम होगा। अपने करियर में अगले स्तर की ओर बढ़ने के लिए जान का मेरे साथ होना सम्मान की बात है।”कोच बनाने के बाद जेलेज्नी ने कहा
जान जेलेज्नी ने कहा, “मैंने कई साल पहले ही नीरज के बारे में एक बेहतरीन प्रतिभा के रूप में बात की है। जब मैंने उन्हें उनके करियर की शुरुआत में देखा था, तो मुझे शीर्ष परिणामों के लिए बहुत संभावनाएं महसूस हुईं। मैंने यह भी कहा कि अगर मुझे चेकिया के बाहर से किसी को कोचिंग देनी पड़े, तो मेरी पहली पसंद नीरज होंगे। मुझे उनकी कहानी पसंद है और मुझे उनमें बहुत संभावनाएं नज़र आती हैं, क्योंकि वह युवा हैं और सुधार करने में सक्षम हैं।98.48 मीटर का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है जेलेज्नी ने
कई एथलीट कोचिंग के लिए मुझसे संपर्क कर रहे हैं, इसलिए मेरे लिए यह काम करना बहुत सम्मान की बात है। हम एक-दूसरे को और करीब से जान रहे हैं और दक्षिण अफ्रीका में एक पारंपरिक शीतकालीन शिविर में व्यक्तिगत रूप से शुरुआत करेंगे। मुझे उनकी प्रगति पर विश्वास है, खासकर तकनीकी पहलू में, ताकि वह मुख्य चैंपियनशिप में शीर्ष स्थान हासिल करना जारी रख सकें।” 1992, 1996 और 2000 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता जेलेज्नी के नाम अब तक के दस सर्वश्रेष्ठ थ्रो में से पांच हैं, और उन्होंने 1996 में जर्मनी में 98.48 मीटर के वर्तमान रिकॉर्ड को हासिल करने के दौरान चार बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ा था। जब चोपड़ा ने टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक जीता था, तब जान जेलेज्नी दोनों अन्य पदक विजेताओं जैकब वाडलेज (रजत) और विटेजस्लाव वेस्ली (कांस्य) के कोच थे। उन्होंने दो बार की ओलंपिक चैंपियन और तीन बार की विश्व चैंपियन बारबोरा स्पोटाकोवा को भी कोचिंग दी है।