फेफडों में हो गया था संक्रमण
रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई के एसडीएटी मेडिमिक्स टेबल टेनिस एकेडमी के डायरेक्टर और मुख्य कोच चंद्रशेखर को पिछले सप्ताह चेन्नई के सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि कोरोना की वजह से उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। ईलाज के दौरान बुधवार को उनका निधन हो गया। बता दें कि बतौर कोच चंद्रशेखर ने भारत को एस रमन, अरुल सेल्वी, चेतन बाबूर, एनआर इंदु और जी साथियान जैसे कई शानदार खिलाड़ी दिए।
रिपोर्ट के अनुसार, चेन्नई के एसडीएटी मेडिमिक्स टेबल टेनिस एकेडमी के डायरेक्टर और मुख्य कोच चंद्रशेखर को पिछले सप्ताह चेन्नई के सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि कोरोना की वजह से उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। ईलाज के दौरान बुधवार को उनका निधन हो गया। बता दें कि बतौर कोच चंद्रशेखर ने भारत को एस रमन, अरुल सेल्वी, चेतन बाबूर, एनआर इंदु और जी साथियान जैसे कई शानदार खिलाड़ी दिए।
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बता दें कि वी.चंद्रशेखर टेबल टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी रहे थे। टेबल टेनिस में उनकी उपलब्धियों की वजह से चंद्रशेखर को वर्ष 1982 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्होंने एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था। कॉमनवेल्थ गेम्स में चंद्रशेखर सेमीफाइनलिस्ट भी रहे थे। चंद्रशेखर बीए इकोनॉमिक्स एंड लॉ के गोल्ड मेडलिस्ट थे।
बता दें कि वी.चंद्रशेखर टेबल टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी रहे थे। टेबल टेनिस में उनकी उपलब्धियों की वजह से चंद्रशेखर को वर्ष 1982 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्होंने एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था। कॉमनवेल्थ गेम्स में चंद्रशेखर सेमीफाइनलिस्ट भी रहे थे। चंद्रशेखर बीए इकोनॉमिक्स एंड लॉ के गोल्ड मेडलिस्ट थे।
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बता दें कि वर्ष 1984 में चंद्रशेखर के घुटने का ऑपरेशन हुआ था। यह ऑपरेशन असफल रहा था। इसकी वजह से उनका कॅरियर बर्बाद हो गया था। ऑपरेशन के बाद से उनका चलना फिरना बंद हो गया था। हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और वे ठीक होकर कोच बने। उन्होंने बतौर कोच जिन खिलाड़ियों को कोचिंग दी, उनमें वर्तमान भारतीय खिलाड़ी जी साथियान भी शामिल हैं।
बता दें कि वर्ष 1984 में चंद्रशेखर के घुटने का ऑपरेशन हुआ था। यह ऑपरेशन असफल रहा था। इसकी वजह से उनका कॅरियर बर्बाद हो गया था। ऑपरेशन के बाद से उनका चलना फिरना बंद हो गया था। हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और वे ठीक होकर कोच बने। उन्होंने बतौर कोच जिन खिलाड़ियों को कोचिंग दी, उनमें वर्तमान भारतीय खिलाड़ी जी साथियान भी शामिल हैं।