हॉकी लीग ने मुझे निडर बनाया: हरमनप्रीत सिंह
21 वर्षीय हरमनप्रीत ने कहा कि मार्क नोल्स या मोरित्ज फुर्स्ते जैसे शीर्ष
खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना ही अपने आप में एक बड़ा मौका है। इससे फायदा यह
होता है कि आपमें इन खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का डर निकल जाता है।
•Dec 29, 2016 / 04:50 pm•
नई दिल्ली। जूनियर हॉकी विश्व विजेता टीम के खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह ने हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) को युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए बड़ा मंच बताते हुए कहा कि लीग में दिग्गज खिलाड़ियों के साथ खेलने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। लखनऊ में इसी महीने संपन्न हुए एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप में भारतीय टीम ने 15 साल बाद खिताब अपने नाम किया था। इस टीम का हिस्सा रहे ड्रैगफिल्कर और डिफेंडर हरमनप्रीत एचआईएल में दबंग मुंबई टीम के खिलाड़ी हैं।
21 वर्षीय हरमनप्रीत ने कहा कि मार्क नोल्स या मोरित्ज फुर्स्ते जैसे शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना ही अपने आप में एक बड़ा मौका है। इससे फायदा यह होता है कि आपमें इन खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का डर निकल जाता है।
हरमनप्रीत की टीम में 2012 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता जर्मनी के फ्लोरियन फुक्स, आॅस्ट्रेलिया कीरेन गोवर्स और आयरलैंड के डेविड हार्टे जैसे बड़े खिलाड़ी शामिल हैं। उन्होंने एचआईएल में अपने अनुभव को याद करते हुए कहा कि मैं उस समय डर जाता था लेकिन फिर खिलाड़ियों के साथ लगातार बात करने से हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। फ्लोरियन ने मुझे बहुत मदद की है।
शर्मीले स्वभाव के हरमन ने कहा कि विदेशी खिलाड़ी बहुत ही मददगार होते हैं और गलतियों को सुधारने में मदद करते हैं। मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर लीग ने खेल में काफी मदद की है। जब मुझे एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी, रियो ओलंपिक और हाल ही के जूनियर विश्व कप में सीनियर खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना था तो मुझे लीग से मिले अनुभव ने काफी मदद की।
इस बीच मुंबई के ही खिलाड़ी गुरजंत सिंह ने भी लीग को दबावमुक्त खेलने में मददगार बताया। उन्होंने कहा कि जब आप बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के सामने खेलते हैं तो आप पर दबाव बढ़ जाता है लेकिन एचआईएल के अनुभव ने इस डर को खत्म किया है। जूनियर विश्वकप में भी बहुत समर्थक मौजूद रहते थे और शोर भी होता था लेकिन हमें अब इन स्थितियों को झेलने का अनुभव है। हॉकी लीग का पांचवां संस्करण 21 जनवरी 2017 से मुंबई में शुरू होगा।
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