भारत ने हॉकी में जीता 12वां मेडल –
इस मैच में दोनों टीम के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली लेकिन भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह के ड्रैग फ्लिक के सामने स्पेन ने घुटने टेक दिये और अंत में 2-1 से हार गया। भारत का यह हॉकी में 12वां ओलंपिक मेडल है। इससे पहले टीम ने 8 गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। भारत ने 52 साल बाद लगातार दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।
गुरजंत सिंह चोटिल हुए –
पहले क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली और कोई गोल नहीं गया। भारत और स्पेन दोनों को एक – एक पेनल्टी कॉर्नर भी मिला, लेकिन दोनों गोल दागने में असफ़ल रहीं। इस बीच भारत के गुरजंत सिंह के सिर पर गेंद लगी जिससे वह घायल हो गए। हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक पर गुरजंत घायल हुए।
दूसरे क्वार्टर में आए दो गोल –
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत भारत के लिए अच्छी नहीं हुई। 18वें मिनट पर स्पेन को पेनल्टी स्ट्रोक मिला। स्पेन के लिए मार्क मिराल्स ने पेनल्टी स्ट्रोक लिया और बेहतरीन गोल दागते हुए 1-0 से बढ़त बना ली। इस गोल के बाद भारत आक्रामक हो गया और बराबरी के लिए संघर्ष करने लगा। भारतीय टीम को दूसरे क्वार्टर के अंतिम मिनटों में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम इसे गोल में बदलने में नाकाम रही। लेकिन हाफ टाइम से कुछ सेकंड पहले टीम को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कोई गलती नहीं की और बेहतरीन ड्रैग फ्लिक मारते हुए गोल दाग दिया और स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया है।
भारत को मिली बढ़त –
तीसरा क्वार्टर में भारत ने एक और गोल दाग स्पेन पर 2-1 से बढ़त बनाई। भारत को 33वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला और एक बार फिर हरमनप्रीत सिंह ने बिना कोई गलती किए शानदार ड्रैग फ्लिक लगाई और गोल दाग दिया। इस गोल के कुछ देर बाद अभिषेक को ग्रीन कार्ड मिला। क्योंकि अभिषेक ने स्पेन का फ्री शॉट रोकने की कोशिश की थी। इसके बाद स्पेन ने फाउल किया जिससे उनका गोल अमान्य करार दिया गया। स्पेन ने भारतीय रक्षापंक्ति को भेदते हुए गोल करने की कोशिश की जिसे गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने रोका। उसी वक्त स्पेन के खिलाड़ी ने दोबारा गेंद को फ्लिक किया लेकिन यह उनके हाथ से लगकर गया जिस कारण रेफरी ने फाउल दिया।
चौथे क्वार्टर में भी नाकाम रहा स्पेन –
स्पेन ने चौथे क्वार्टर की शुरुआत में ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन इसे गोल में नहीं बदल सके। इसके बाद भारत के सुखजीत सिंह को ग्रीन कार्ड दिया गया है जिस कारण अब वह दो मिनट तक मैदान से बाहर चले गए। ऐसे में स्पेन के पास 10 खिलाड़ियों के साथ खेली रही भारत के खिलाफ एडवांटेज लेने का मौका था। लेकिन एक बार फिर स्पेन इसमें नाकाम रहा और अंत में भारत ने यह मैच अपने नाम कर लिया। मैच खत्म होने में एक मिनट शेष था और स्पेन को एक के बाद एक तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन टीम एक भी गोल नहीं दाग पाई और श्रीजेश ने गोल पोस्ट पर शानदार बचाव कर स्पेन को बराबरी करने से रोके रखा।