जर्मनी की ओर से हेनरिक मर्टगेन्स ने चौथे मिनट और कप्तान लुकास वेंडफिडर ने 30वें मिनट में गोल दागा और अपनी टीम को 2-0 से बढ़त दिलाई। यह स्कोर आखिर में निर्णायक साबित हुआ। इस मैच में राजिंदर सिंह ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम की ओर से पदार्पण किया। अब सीरीज का दूसरा मैच गुरुवार को खेला जाएगा।
बढ़त बना जर्मनी ने भारत पर बढ़ाया दबाव
जर्मनी ने मुकाबले के शुरुआत में आक्रामक रूख अपनाया और भारतीय सर्कल में प्रवेश किया। हेनरिक मर्टगेन्स ने शूटिंग सर्कल में कृष्ण पाठक को छकाते हुए चौथे मिनट में जर्मनी के लिए पहला गोल दागा। भारत ने भी जर्मनी के दबाव को दरकिनार करने के लिए कड़ा संघर्ष दिखा और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन पहले हॉफ में वरुण कुमार बराबरी करने में असफल रहे। यह भी पढ़े: पहली बार बदली भूमिका में नजर आएगा यह दिग्गज खिलाड़ी, गुजरात टाइटन्स में निभाएगा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दूसरे क्वार्टर में भारत ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन संजय, अमित और हरमनप्रीत इसे गोल में तब्दील नहीं कर सके। दूसरा क्वार्टर समाप्त होने में जब तीन मिनट शेष था तभी भारत को एक और पेनल्टी स्ट्रोक का मौका मिला, लेकिन जर्मन गोलकीपर ने भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह के गोल को विफल करते हुए अपनी टीम की बढ़त बरकरार रखी।
तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच मुकाबला बेहद कड़ा रहा। हालाकि भारत ने इस क्वार्टर में भी पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में कामयाबी हासिल की लेकिन पहले से ही अलर्ट जर्मन गोलकीपर ने हरमनप्रीत के प्रयास को निष्प्रभावी कर दिया।
आखिरी क्वार्टर शुरू होते ही जर्मनी अपनी बढ़त को और बढ़ाना चाहता था, लेकिन अमित रोहिदास किसी भी खतरे को टालने के लिए तैयार थे। दूसरी ओर भारत ने अपने पहले गोल की तलाश में गेंद पर धैर्यपूर्वक कब्जा करना जारी रखा, लेकिन गोल करने के अवसर बनाने में असमर्थ रहा। अंततः मैच जर्मनी के पक्ष में 2-0 से समाप्त हुआ।