उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखे अपने पोस्ट में कहा, मुझे पांच साल की वो दीपा याद आती है, जिसको बोला था कि फ्लैट फीट की वजह से वह कभी जिम्नास्ट नहीं बन सकती। आज मुझे अपनी अचीवमेंट को देखकर बहुत गर्व होता है। इंडिया को वर्ल्ड स्टेज पर रिप्रजेंट करना और मेडल जीतना, रियो डी जेनेरिया ओलंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट में परफॉर्म करना, मेरे करियर का सबसे यादगार क्षण रहा है।