कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में करीब-करीब लॉकडाउन है। ऐसे में भारत समेत पूरी दुनिया में सभी खेल टूर्नामेंट्स स्थगित हैं। इस बीच छोटे खेलों के खिलाड़ियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। इन्हीं में से एक हैं भारत की महिला खो-खो टीम की कप्तान नसरीन। 2019 एशियन गेम्स में अपनी कप्तानी में भारत को स्वर्ण पदक दिला चुकी नसरीन लॉकडाउन में आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। उनके पास खाने के लिए पैसे भी नहीं है और राशन कार्ड भी नहीं है, ताकि सस्ते दाम पर वह राशन खरीद पाएं। ऐसे में उन्होंने सरकार समेत कई लोगों से मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद उन्हें अब जाकर मदद मिली है।
खो- खो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने की एक लाख की मदद
खो- खो फेडरेशन ऑफ इंडिया को जैसे ही नसरीन के हालत की जानकारी मिली, उसने एक लाख रुपए की मदद की है। बता दें कि नसरीन के पिता स्टील के बर्तन बेचकर गुजारा करते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में उनका धंधा पूरी तरह चौपट हो गया है। पूरा बाजार बंद होने के कारण कोई ग्राहक नहीं है। इस बात की खबर जैसे ही खो खो फेडरेशन के अधिकारियों को मिली, उन्होंने तुरंत नसरीन के खाते में 1 लाख रुपए जमा करा दिए।
फेडरेशन के सेक्रेटरी एमएस त्यागी ने कहा कि हम हर समय अपने खिलाड़ियों की मदद के लिए तैयार रहते हैं। अगर कोई भी मदद का हकदार है तो हमारा फेडरेशन उसकी जरूर मदद करता है। उन्होंने कहा कि यह सचमुच काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मुश्किल वक्त में एक नेशनल खिलाड़ी को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।