चीनी लोगों के बारे में कहा जाता रहा है कि दुनिया में कोई भी कीड़ा, जानवर, पक्षी और सांप तक कुछ भी ऐसा नहीं है, जिसे वो खाते नहीं हैं। ऐसा ही एक कोच मा जुनरेन चीनी एथलीटों को ताकत और क्षमता के लिए सांप का खून और कछुए का सूप पिलाया करते थे।
जुनरेन चीन की मशहूर हस्ती थे। उनके द्वारा तैयार किए गए एथलीट जिस प्रतियोगिता में उतरते थे, उसमें धूम मचा देते थे। इन एथलीटों को ‘मा की फैमिली आॉर्मी’ के नाम से जाना जाता था। इन खिलाड़ियों ने उस समय कई ट्रैक वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और अपने इंड्यूरेंस और स्पीड से अंतरराष्ट्रीय खेल जगत को आश्चर्यचकित कर दिया था।
जुनरेन अपने एथलीटों को कड़ी ट्रेनिंग के साथ -साथ खतरनाक डाइट भी देते थे। जिसे वे सीक्रेट रेपिसी कहते थे। इस सीक्रेट रेपिसी के चलते उनके एथलीटों कि प्रदर्शन की क्षमता बढ़ जाती थी। सांप के खून और कछुए का सूप से एथलीटों कि क्षमता में गजब का इजाफा होता था। एथलीटों शानदार प्रदर्शन के चलते मा जुनरेन उस समय सबसे अधिक मांग वाले कोच बन गए थे। लेकिन सीक्रेट रेपिसी के चलते उनकी दुनिया भर में बदनामी हुई।