भारतीय पुरुष और महिला दोनों टीमों ने अपना अजेय क्रम बरकरार रखा, जिससे उनके अंकों की संख्या 14 हो गई और वे सात राउंड के बाद स्टैंडिंग में एकमात्र लीडर बने रहे। ओपन सेक्शन में उज्बेकिस्तान, ईरान और हंगरी ने अपने-अपने मैच जीतकर फिर से प्रतिस्पर्धा में वापसी की। ईरान ने वियतनाम को हराया, जिसने पिछले राउंड में चीन को 2.5-1.5 से हराया था, हंगरी ने लिथुआनिया को इसी अंतर से हराया जबकि उज्बेकिस्तान ने यूक्रेन को 3-1 से हराया।
मौजूदा विश्व चैंपियन को आराम
सिंगापुर में होने वाले मेगा मुकाबले से पहले विश्व चैंपियनशिप के फाइनल के दावेदार डिंग लिरेन और गुकेश के बीच मुकाबला देखने की प्रशंसकों की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं। चीनी टीम ने इस राउंड में मौजूदा विश्व चैंपियन को आराम दिया और यह एक समझदारी भरा कदम लगा, खासकर तब जब डिंग लिरेन छठे राउंड में वियतनाम के ले क्वांग लिम से हार गए थे। हालांकि गुकेश का सामना विश्व चैंपियन से नहीं हुआ, लेकिन गुकेश फिर भी भारत के लिए स्टार परफॉर्मर रहे क्योंकि उन्होंने पहले बोर्ड पर शीर्ष चीनी ग्रैंडमास्टर वेई यी को हराया।
भारत ने चीन से 80 चालों में मैच जीता
हालांकि, गुकेश ने बढ़त हासिल करने के लिए कुछ सटीक चालें चलीं और अंततः चीनी खिलाड़ियों की कुछ ढीली चालों का फायदा उठाते हुए 80 चालों में मैच जीत लिया। भारतीय प्रशंसकों के लिए बड़ी खबर यह रही कि इस दौर में अर्जुन एरिगैसी का 100 प्रतिशत जीत का रिकॉर्ड समाप्त हो गया, हालांकि वह एक समय शीर्ष-10 खिलाड़ी रहे बु जियांगझी के साथ ड्रॉ के बाद अपराजित रहे।
आर प्रग्नानंदा ने यू यांगी के साथ ड्रॉ खेला
आर प्रग्नानंदा ने यू यांगी के साथ ड्रॉ खेला, जबकि विदित गुजराती की जगह आए पेंटला हरिकृष्णा को कम रेटिंग वाले वांग यू ने ड्रॉ पर रोका। महिला वर्ग में, भारतीय टीम ने मजबूत जॉर्जिया टीम को हराकर लगातार सातवीं जीत के साथ अपना अपराजित क्रम बरकरार रखा। वैशाली ने काले मोहरों से इंटरनेशनल मास्टर लेला जावाखिशविली को हराया। जबकि वंतिका अग्रवाल ने उच्च श्रेणी की बेला खोतेनाश्विली को हराया।