अन्य खेल

धनुष दिलाने के लिए माता-पिता ने उधार लिए थे पैसे, जानें पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाने वाली भजन कौर की दर्दभरी कहानी

Archer Bhajan Kaur: हरियाणा की 18 वर्षीय आर्चर भजन कौर ने महिला वर्ग में भारत को दूसरा पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाया है। भजन हरियाणा के सिरसा की रहने वाली हैं और उनके पिता भगवान सिंह एक मामूली किसान हैं। साधारण से परिवार से निकलकर अब वह अपना ओलंपिक पदक का सपना पूरा करने जा रही हैं।

नई दिल्लीJun 18, 2024 / 09:03 am

lokesh verma

Archer Bhajan Kaur: हरियाणा के खिलाडि़यों का आमतौर पर कुश्ती, हॉकी व मुक्केबाजी में दबदबा रहता है, लेकिन अब यहां के खिलाड़ी तीरंदाजी में भी आगे निकलने लगे हैं। इसमें सबसे बड़ा नाम 18 वर्षीय भजन कौर का है, जिन्होंने हाल ही में भारत को पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए महिला वर्ग में दूसरा कोटा दिलाया है। भजन ने तुर्की के अंताल्या में चल रहे फाइनल ओलंपिक क्वालीफायर की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और ओलंपिक में खेलने का अपना सपना पूरा किया। हालांकि यहां तक पहुंचने का उनका सपना आसान नहीं रहा।

साधारण परिवार से निकलकर सपना पूरा किया

भजन हरियाणा के सिरसा की रहने वाली हैं और उनके पिता भगवान सिंह एक मामूली किसान हैं। कुछ साल पहले की बात है जब भजन के पास रिकर्व तीरंदाजी जैसी तकनीकी प्रतियोगिता के लिए उपकरण (धनुष) खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन उनके पिता ने अपनी बेटी का सपना नहीं टूटने दिया और करीब 25 हजार रुपए उधार लेकर उन्हें उपकरण खरीदकर दिया।

खेलो इंडिया व एशियन गेम्स में चमक बिखेरी

परिवार के सहयोग के बाद भजन ने और कड़ी मेहनत शुरू कर दी। उन्होंने पहले खेलो इंडिया गेम्स में चमक बिखेरी। घरेलू प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भजन को 16 साल की उम्र में हांगझाऊ एशियन गेम्स 2022 में खेलने वाली टीम में शामिल किया गया। भजन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और महिला टीम रिकर्व स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया।
यह भी पढ़ें

T20 वर्ल्‍ड कप के बीच अचानक इस स्‍टार खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ले लिया संन्‍यास

वेस्ट बंगाल की अंकिता ने भी बिखेरी चमक

भारत को महिला वर्ग में पहला ओलंपिक कोटा पश्चिम बंगाल की 25 वर्षीय तीरंदाज अंकिता भगत ने दिलाया। तुर्की के अंताल्या में चल रहे फाइनल ओलंपिक क्वालीफायर की व्यक्तिगत स्पर्धा में अंकिता भले ही क्वार्टरफाइनल में हार गई थी लेकिन कोटा हासिल करने मेे सफल रही। अंकिता एशियन गेम्स 2022 में रिकर्व स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रही थी।

संबंधित विषय:

Hindi News / Sports / Other Sports / धनुष दिलाने के लिए माता-पिता ने उधार लिए थे पैसे, जानें पेरिस ओलंपिक कोटा दिलाने वाली भजन कौर की दर्दभरी कहानी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.