लेडेकी के साथ प्रतिस्पर्धा करना सम्मान की बात
मैकिंटोश ने एक साक्षात्कार में कहा, लेडेकी के साथ प्रतिस्पर्धा करना मेरे लिए सम्मान की बात है। जब भी मैं उनके साथ रेस करती हूं तो मुझे तैराकी के बारे में काफी कुछ सीखने को मिलता है। हालांकि शुरुआत में मैं लेडेकी से मुकाबले को लेकर थोड़ी नर्वस थी। कुछ साल पहले की बात करें तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं और लेडेकी एक साथ एक ही स्पर्धा में मुकाबला करेंगे।
मां के पदचिन्हों पर चलकर तैराकी को चुना
आठ साल की उम्र में मैकिंटोश के सामने दो रास्ते थे या तो वह अपनी मां के पदचिन्हों पर चलते हुए तैराकी को चुने या फिर अपनी बहन ब्रूक के जैसे फिगर स्केटर बने। मैकिंटोश की मां जिल 1984 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में कनाडा का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। ऐसे में उन्होंने मां का अनुसरण करना सही समझा। रेस ऑफ द सेंचुरी में निकली आगे
400 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा को इस ओलंपिक में रेस ऑफ द सेंचुरी नाम दिया गया था। इस रेस को ऑस्ट्रेलिया की एरियाना टिटमस ने जीता, लेकिन मैकिंटोश ने नो बार की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता लेडेकी को कांस्य पदक पर धकेल रजत पदक के साथ खुद को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तैराकों में ला खड़ा किया।