इलाज करा कर लौटे और मारी बाजी
अभिषेक ने सभी को चौंकाते हुए पहले स्थान पर कब्जा जमाया। उन्होंने पिछली बार सातवां स्थान हासिल किया था। अभिषेक इस मैराथन में उतरने से पहले केरल में अपने पेट की समस्या का इलाज करा कर लौटे थे।जीत हासिल करने के बाद अभिषेक ने कहा, “पिछले साल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था। यहां आने से पहले तबीयत खराब थी तो ईलाज कराके आया था। ऐसी स्थिति में जीत हासिल करने से काफी खुश हूं।” पिछले साल तीसरे स्थान पर रहने वाले अविनाश साब्ले ने इस साल एक घंटे 04 मिनट 14 सेकेंड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। अनुभवी खिलाड़ी और ओलम्पियन गोपी थोनकार एक सेकेंड से पीछे रहते हुए तीसरे स्थान पर रहे।
पिछली बार दूसरे स्थान से करना पारा था संतोष
पिछले साल एलीट पुरुष वर्ग में दूसरे स्थान पर रहने वाले बेलिहू ने इस बार कमी पूरी की और 59 मिनट 17 सेकेंड में दूरी तय करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।वहीं दूसरे स्थान पर भी इथियोपिया के धावक अमदवर्क वालेलेगन रहे, जिन्होंने 59 मिनट 21 सेकेंड का समय निकाला। यह उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। तीसरे स्थान पर केन्या के डेनियल किपचुम्बा रहे। उन्होंने 59 मिनट 48 सेकेंड का समय निकाला।
महिलाओं में सहाये और संजीवनी ने किया कमाल
महिलाओं की रेस में काफी कुछ देखने को मिला। एक घंटे छह मिनट 56 सेकेंड के साथ दूसरा स्थान हासिल करने वाली विश्व रिकार्ड धावक केन्या की जॉसलिने जेपकोस्गी और इथियोपिया की तिरुनेश डिबाबा ने रेस की शानदार शुरुआत की। वहीं भारतीय महिलाओं में अंतिम 200 मीटर में काफी रोमांच देखा गया। आखिरी के 200 मीटर में संजीवनी ने बाकी की खिलाड़ियों को पछाड़ा। इसके अलावा, दूसरे स्थान पर रहने वाली पारूल चौधरी ने एक घंटे 14 मिनट 01 सेकेंड का समय लिया। तीसरे स्थान पर मोनिका आत्रे रहीं जिन्होंने एक घंटे 16 मिनट 55 सेकेंड का समय लिया।