रोजगार उत्पन्न करना शासकीय विचारधारा
स्किल आधारित शिक्षा भी कई बार बेरोजगारी का समाधान नहीं हो पाती, क्योंकि कई स्किल धारक भी बेरोजगार रहते हैं। इसके अलावा, सालों से रिक्त पदों पर भर्ती ना करना भी जनहित में नहीं है। रोजगार के नए अवसर शासकीय संयंत्रों की स्थापना से संभव हैं, परंतु इस प्रक्रिया की गति धीमी है। स्किल आधारित शिक्षा एक संशोधित रूप है जो पूर्ण समाधान नहीं हो सकता, लेकिन यह जनहित में है। सेवानिवृत्ति की आयु साठ, बासठ या पैंसठ साल हो रही है, जो बेरोजगारी का एक नया कारण बन रही है। रोजगार देने की नीयत शासन की विचारधारा में निहित है।मुकेश भटनागर, भिलाई, छत्तीसगढ़
विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की आवश्यकता
बढ़ती बेरोजगारी का समाधान केवल स्किल आधारित शिक्षा से संभव नहीं है। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की आवश्यकता है। ठेकेदारी प्रथा की बजाय, विभिन्न क्षेत्रों में कामगारों को प्रशिक्षण देकर कार्य योग्यता परख कर उन्हें नियमित नियुक्ति का अवसर मिलना चाहिए।हरिप्रसाद चौरसिया, देवास (मध्यप्रदेश)
युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा
बेरोजगारी एक गंभीर सामाजिक और आर्थिक समस्या है और इसका समाधान स्किल आधारित शिक्षा के माध्यम से काफी हद तक संभव हो सकता है। युवा अगर आवश्यक कौशल से लैस हो, तो वे अपना जीवन यापन करने के साथ दूसरों की सहायता भी कर सकते हैं। स्किल विकास के माध्यम से युवाओं को बेहतर मानव संसाधन में तब्दील किया जा सकता है, जिससे बेरोजगारी और सामाजिक बुराईयों का समाधान हो सकता है। कौशल आधारित शिक्षा से हम युवा शक्ति को सशक्त बना सकते हैं, जो राष्ट्र के समग्र विकास में योगदान देगा।लहर, उदयपुर, राजस्थान
सेल्फ-एंप्लॉयड पर भी हो फोकस
जी हां, स्किल आधारित शिक्षा से बेरोजगारी को काफी हद तक कम किया जा सकता है। हम अपनी जरूरतें केवल पैसे के माध्यम से नहीं, बल्कि अपनी क्षमता और स्किल से भी पूरी कर सकते हैं। अगर हम सेल्फ-एंप्लॉयड होकर काम करते हैं, तो वह बेरोजगारी की श्रेणी में नहीं आता है।संगीता यादव
बहुआयामी स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे
स्किल आधारित शिक्षा बेरोजगारी का समाधान हो सकता है, क्योंकि यह आधुनिक तकनीक से जुड़ी शिक्षा प्रदान करती है, जो बहुआयामी स्वरोजगार के अवसर पैदा करती है। यह धारणा भी टूटेगी कि नौकरी ही बेरोजगारी खत्म करने का एकमात्र उपाय है।बिपिन चंद्र जोशी, बेंगलुरु
इससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी
संभव है, क्योंकि यह युवाओं को उद्योग और बाजार की मांग के अनुसार विशिष्ट कौशल और प्रायोगिक ज्ञान प्रदान करती है, जिससे रोजगार के अधिक अवसर मिलते हैं और आत्मनिर्भरता बढ़ती है।प्रो. आरके जैन, बड़वानी
आधारभूत संरचना को भी मिले बढ़ावा
रोजगार के लिए व्यक्ति को कौशलयुक्त होना अत्यावश्यक है। सरकार ने कौशल भारत मिशन, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और नई शिक्षा नीति 2020 को भी कौशल से जोड़ा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा युवा कौशल विकास कर रोजगार प्राप्त कर पाएंगे। हालांकि, कौशल शिक्षा अकेला उपाय नहीं है। जब तक देश में आधारभूत संरचना, विदेशी निवेश, उद्योगों और उद्यमिता को बढ़ावा नहीं मिलेगा, तब तक बेरोजगारी को खत्म करना मुश्किल है।
गजेंद्र चौहान, डीग
छात्रों को प्रोत्साहित किया जा सकता
स्किल आधारित शिक्षा बढ़ती बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने में प्रभावी हो सकती है, क्योंकि यह छात्रों को व्यावहारिक और बाजार की मांग के अनुसार कौशल सिखाने पर केंद्रित है। इसके माध्यम से नए उद्योग शुरू करने के लिए छात्रों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।पंकज श्योराण, हनुमानगढ़
लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए
देश में बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिए लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए, साथ ही खेती की नई तकनीकों से युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकते हैं।प्रकाश भगत, नागौर
बेहतर नौकरियां दिलवाने में मदद करेगी
स्किल आधारित शिक्षा न केवल ग्रामीण युवाओं को बेहतर नौकरियां दिलवाने में मदद करेगी, बल्कि देश को समृद्ध बनाने और बेरोजगारी की समस्या से निपटने में भी मदद करेगी। यह शांति, सद्भाव और खुशहाली को बढ़ावा देगी।