-प्रो. शिवराज सिंह मुवेल, थांदला, झाबुआ ……………………….. आत्मनिर्भर बनाएं महिला सशक्तीकरण के लिए सबसे प्रभावी कदम महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना यानी आर्थिक रूप से स्वतंत्रता प्रदान करना है। शिक्षा की कमी भी महिलाओं को पराश्रित बनाए हुए है।
– विवेक नंदवाना एडवोकेट, कोटा ……………………….. महिला को मिले समान अवसर महिला सशक्तीकरण के लिए महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर मिलना चाहिए। बालिका शिक्षा को बढ़ावा एवं महिलाओं को उनके अधिकारों से अवगत करवाना चाहिए।
– राजेन्द्र बांगड़ा, नागौर ……………………….. शिक्षा और कौशल की जरूरत महिला सशक्तीकरण के लिए सबसे कारगर उपाय है उन्हें आर्थिक मजबूती देना। जब वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र होंगी तो वे अपने विचारों को मजबूरी से रख पाएंगी। अब महिला केवल चारदीवारी तक सिमटी नहीं हैं वरन वह बाहर होने वाली गतिविधियों से भी परिचित हैं।
– रुचिका अरोड़ा, जयपुर ……………………….. मानस परिवर्तन आवश्यक शासकीय योजनाओं के साथ-साथ पारिवारिक मानसिकता भी इस दिशा में निर्मित होनी चाहिए। परिवार समाज की इकाई होती है अतः वास्तविक महिला सशक्तीकरण पुरुषों की मानसिकता बदलने से ही संभव है।
– मुकेश भटनागर, वैशालीनगर, भिलाई ……………………….. समानता का अधिकार मिले महिला सशक्तीकरण के लिए सबसे पहले उन्हें समानता का अधिकार प्रदान किया जाना चाहिए। आज हर क्षेत्र में महिलाओं द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा रहा है। पुरुष और महिला में कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
– श्रीकृष्ण पचौरी, ग्वालियर, मध्यप्रदेश ……………………….. नौकरी में आयु सीमा बढ़े महिला को आत्मनिर्भरता की आवश्यकता तब होती है, जब वह संतान आदि की जिम्मेदारी से मुक्त हो जाती है। तब तक सरकारी नौकरियों की आयु सीमा बीत चुकी होती है। महिलाओं की भर्ती के लिए अधिकतम आयु 54 और सेवानिवृत्ति की आयु 64 वर्ष कर दी जाए तो महिलाएं अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर होंगी।
– नीलू झा, भीलवाड़ा, राजस्थान ……………………….. सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें महिला सशक्तीकरण के लिये सबसे प्रभावी कदम है कि उन्हें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए। स्वयं आगे बढ़ने के साथ दूसरी महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए।
– सुशील मेहता, ब्यावर ……………………….. स्त्री अपने आप में शक्ति स्त्री होना अपने आप में एक शक्ति है। शक्ति – परिवार की, समाज की, देश की। महिला सशक्तीकरण के लिए सबसे पहला कदम भेदभाव को दूर कर समानता स्थापित की जाए। उनके विचारों को प्राथमिकता देने के साथ-साथ उन्हें परिवार और समाज में भरपूर सम्मान मिले और वे खुद को सुरक्षित महसूस करें।
– सुनीता सिंह, जयपुर ……………………….. सामाजिक न्याय की उपलब्धता जरूरी महिला सशक्तीकरण के सबसे प्रभावी कदम आर्थिक व सामाजिक न्याय की उपलब्धता जरूरी है। साथ ही पाश्चात्य चिन्तन से प्रभावित नारी मुक्ति के विमर्श के साथ भारतीय सांस्कृतिक पहचान को जिन्दा रखने की जरूरत है। आज महिला अत्याचार के खिलाफ बने कानूनों का भी दुरुपयोग हो रहा है। यह सब उचित नहीं है।
– बबली देवी नांगलका जोशी, श्रीमाधोपुर ……………………….. समाज भी होगा सशक्त महिला सशक्तीकरण की मदद से बिना अधिक प्रयास किए परिवार के हर सदस्य का विकास आसानी से हो सकता है। एक महिला परिवार में सभी चीजों के लिए बेहद जिम्मेदार मानी जाती है अत: वो सभी समस्याओं का समाधान अच्छी तरह से कर सकती है। महिलाओं के सशक्त होने से पूरा समाज अपने आप सशक्त हो जाएगा।
– कोमल प्रीत संधू, रायपुर ……………………….. कठोर से कठोर कानून बनें वर्तमान समय में महिलाएं कई तरह की घरेलू हिंसा की शिकार हो रही हैं। सरकार को कठोर से कठोर कानून बनाना चाहिए ताकि इनकी सुरक्षा हो सके। सरकार द्वारा कई ऐसी योजनाएं लागू की जानी चाहिए जिसमें महिलाओं एवं लड़कियों को आगे बढ़ने का मौका मिल सके।
– मंजू सुरेंद्र बिंदल, जयपुर ……………………….. उचित न्याय व्यवस्था देना अगर महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है और उन को मजबूत करना है तो सबसे पहले उनको उचित न्याय और समय पर न्याय मिलना चाहिए। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की सुनवाई जल्द होनी चाहिए ताकि महिलाओं को लगे कि उनके बारे में सोचा जा रहा है। कई मामलों में देखा गया है कि किस इतने लंबे चलते हैं जिसमें महिलाओं को उचित न्याय नहीं मिल पाता है। अगर न्याय व्यवस्था मजबूत होगी तो महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर भी ज्यादा मिलेंगे।
– बालकिशन अग्रवाल, सूरत, गुजरात ……………………….. महिला सुरक्षा को सुनिश्चित करें सरकार को चाहिए कि सबसे पहले महिला सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। यौन हिंसा, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, गर्भ हत्या को लेकर सख्त कानून बनने चाहिए। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाएं सराहनीय हैं लेकिन समाज में ये कितनी क्रियान्वित हुईं इसका समय- समय पर निरीक्षण भी किया जाना चाहिए।
– रजनी वर्मा, श्रीगंगानगर ……………………….. स्वरोजगार से जोड़ें महिला सशक्तीकरण के लिए प्रत्येक महिला को शिक्षित करके स्वरोजगार से जोड़ना आवश्यक है। वह जीवन के हर मोड़ पर अपनी सुरक्षा कर सकें इस हेतु प्रारंभिक शिक्षा से ही प्रशिक्षित करने के कदम भी उठाए जाएं।
– संजय माकोड़े, बड़ोरा, बैतूल ……………………….. लैंगिक समानता जरूरी महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में सबसे प्रभावी कदम लैंगिक समानता और महिलाओं को शिक्षित करना होना चाहिए। प्राचीन समय से ही भारतीय समाज में लैंगिक भेदभाव और पुरुष वर्चस्व के चलते महिलाएं हिंसा का शिकार होती रही हैं। अब समय आ गया है जब महिलाओं को शैक्षिक रूप से मजबूत बनाया जाए।
– मंजू प्रेमप्रकाश, कठहैडा ……………………….. बंधन न बनने दें प्रति वर्ष महिला दिवस पर हम महिलाओं का सम्मान करते हैं। महिला सशक्तीकरण पर चर्चा करते हैं। क्या वर्तमान में हम महिलाओं को वह सम्मान दिला पाए हैं जिनकी वो अधिकारी हैं? आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं, वहीं लाखों महिलाएं न्याय के लिए भटक रही हैं।
– अजिता शर्मा, उदयपुर ……………………….. सरकारों की मंशा ठीक हो महिलाओं को सशक्त करने के लिए उनको प्रभावी रूप से रोजगार प्रदान करना होगा जिससे वे आत्मनिर्भर बनें। महिलाओं को शिक्षित करते हुए भिन्न-भिन्न प्रकार के कौशल सिखाने होंगे जिससे उनमें रचनात्मक कार्य करने की क्षमता का निर्माण हो सके।
– सी.आर. प्रजापति, हरढ़ाणी, जोधपुर